Exclusive: मैं लकी थी कि बाबा के जाल में नहीं फंसी... चैतन्यानंद को लेकर NDTV पर छात्रा का बड़ा खुलासा

पुलिस जांच में पता चला है कि चैतन्यानंद ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई छात्राओं को डोमेस्टिक और विदेशी यात्राओं पर अपने साथ ले गया था. दिल्ली पुलिस ने अब तक 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से 16 ने सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत की है.

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नई दिल्ली:

दिल्ली के एक निजी संस्थान में 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोपी स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद को लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस दौरान एक और लड़की सामने आयी है, जिसने इस डर्टी बाबा की पोल खोल दी. उसने एनडीटीवी को बताया कि पिछले साल मैं भी बाबा के इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेने गई थी, लेकिन उसकी कई अटपटी बातों से उसे और उसके घरवालों को शक हुआ और मैंने वहां एडमिशन नहीं कराया.

चैतन्यानंद ने उस दौरान छात्रा को बताया कि वो हैदराबाद में आईपीएस को ट्रेनिंग देता है.  बाबा ने कहा कि आज शाम तक ही एडमिशन लेना होगा, नहीं तो एडमिशन नहीं हो पाएग. उसने ये भी कहा कि उसके पीछे एक लड़की पड़ी है, लेकिन वो उस लड़की को पसंद नहीं करता है, इसीलिए अब लड़की के पीछे पुलिस पड़ी है.

लड़की ने कहा कि बाबा चैतन्यानंद की इन्हीं बातों से उसे शक हो गया. उसके घरवालों को भी बाबा की बातचीत अटपटी लगी. इसलिए घरवालों ने भी कहा कि यहां एडमिशन नहीं लेना है. फिर मैंने बाबा के इंस्टिट्यूट में एडमिशन नहीं लिया.

छात्रा के मुताबिक बाबा की एक टीम है, जो लड़कियों पर हर तरह से दबाव बनाती है. उसने मेरे साथ ऐसी बातें इसलिए की, ताकि अगर बाबा आगे कुछ करता तो डर कर वो पुलिस में बाबा की शिकायत ना कर पाए. उसने बताया कि अब वो चैतन्यानंद के बारे में जो सुन रही है, उसे देखकर उन पीड़ित लड़कियों के बारे में दुख होता है. मैं लकी थी कि मैं बाबा की ट्रैप में नहीं आई.

गौरतलब है कि करीब दो महीने की तलाश के बाद शनिवार देर रात चैतन्यानंद को आगरा से गिरफ्तार किया गया था. रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था. उसे सोमवार को जांच के सिलसिले में उसके संस्थान भी ले जाया गया.

सीन ऑफ क्राइम का मेमो तैयार कर रही है पुलिस

चैतन्यानंद के खिलाफ छात्राओं की तरफ से लगाए गए यौन शोषण मामले में दिल्ली पुलिस सीन ऑफ क्राइम का मेमो तैयार कर रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोमवार सुबह एक टीम चैतन्यानंद को उसके इंस्टीट्यूट लेकर गई, जहां आरोपी से निशानदेही कराई गई. पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में रिमांड मांगते हुए कहा था कि क्राइम सीन का मेमो तैयार करना जरूरी है, जिसमें घटनास्थल की विस्तृत जानकारी दर्ज की जाएगी. पुलिस के अनुसार, चैतन्यानंद जांच में सहयोग नहीं कर रहा है.

सोमवार को चैतन्यानंद को इंस्टीट्यूट के ग्राउंड फ्लोर पर बने एक विशेष कमरे, जिसे 'टॉर्चर रूम' के रूप में जाना जाता है, उसमें ले जाया गया. पीड़ित छात्राओं ने अपनी शिकायतों में बताया था कि चैतन्यानंद इस कमरे में छात्राओं को निजी तौर पर बुलाता था. पुलिस ने इंस्टीट्यूट में लगे सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन की जांच की और यह पता लगाया कि किन-किन कैमरों का एक्सेस चैतन्यानंद के पास था और वह इनके जरिए छात्राओं की गतिविधियों पर कैसे नजर रखता था.

16 छात्राओं ने सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत की

पुलिस जांच में पता चला कि चैतन्यानंद ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई छात्राओं को डोमेस्टिक और विदेशी यात्राओं पर अपने साथ ले गया था. पुलिस अब उन छात्राओं की पहचान करने में जुटी है, जिन्हें चैतन्यानंद विदेश या अन्य राज्यों में अपने साथ ले गया था. दिल्ली पुलिस ने अब तक 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से 16 ने सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत की है. इन बयानों में कुछ छात्राओं ने विदेश यात्राओं का जिक्र किया, हालांकि कितनी छात्राओं को विदेश ले जाया गया, इसकी सटीक जानकारी जुटाने में पुलिस जुटी है.

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'बाबा ने छात्राओं के बाथरूम में भी कैमरे लगाए थे'

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा ने बाथरूम तक में कैमरे लगाए थे, जिससे छात्राओं की निजता का गंभीर उल्लंघन होता था. पुलिस का कहना है कि पीड़ित लड़कियों को अल्मोड़ा, गुड़गांव और फरीदाबाद तक ले जाया जाता था. डिजिटल सबूतों को मजबूत बनाने के लिए पुलिस आईपी एड्रेस की भी जांच कर रही है. जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.

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