आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार के प्रयासों से देश में आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी उद्योग पिछले 7 वर्षों में 6 गुना बढ़ा है और इस क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है.
पौष्टिक औषधीय पदार्थो पर आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए आयुष मंत्रालय में सचिव ने कहा कि पौष्टिक औषधीय पदार्थो में विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक पौधों और जड़ी-बूटियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और भारत इस क्षेत्र में लाभदायक स्थिति में है.
कोटेचा ने कहा कि स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर भी भारतीय उपभोक्ता के रुख में सकारात्मक परिवर्तन देखा जा रहा है और अब आवश्यकता है कि वैज्ञानिक उदाहरणों के साथ वास्तविक औषधीय महत्व को सामने लाया जाए.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार के समर्थन और प्रयास से आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी सहित आयुष उद्योग पिछले 7 वर्षों में 6 गुना बढ़ा है. हमारे घरेलू बाजार जीवंत हैं और हम इस क्षेत्र में आगे अधिक निर्यात देखेंगे.''
इस कार्यक्रम में इन्फोर्मा मार्केट के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा कि इस क्षेत्र में वैश्विक बाज़ार में भारतीय हिस्सेदारी 2 प्रतिशत है हालांकि देश पिछले वर्षो में इस क्षेत्र में 20 से 25 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज कर रहा है.
वीटाफूड्स के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में फिक्की के वरिष्ठ निदेशक प्रवीण मित्तल, ईएनएसी के निदेशक संदीप गुप्ता आदि ने भी हिस्सा लिया.