बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री सोमवार को ढाका पहुंचे. उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों विशेषतौर पर हिंदू समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों को कथित तौर पर निशाना बनाया जा रहा है. विक्रम मिस्री ने ढाका में हाई लेवल मीटिंग के बाद हिंसक घटनाओं पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर हमले खेदजनक हैं.
बांग्लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दोनों देशों के रिश्तों में बेहतरी की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा, "...हमने हाल के घटनाक्रमों पर भी चर्चा की. मैंने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित चिंताओं से उन्हें वाकिफ कराया. हमने सांस्कृतिक और धार्मिक संपत्तियों पर हुए अफसोसजनक हमलों की घटनाओं पर भी चर्चा की है. धार्मिक स्थलों और हिंदुओं पर हमले खेदजनक हैं. ये कतई बर्दाश्त नहीं हैं...."
हिंदुओं पर हमलों के बीच ढाका पहुंचे भारत के विदेश सचिव, करेंगे कई अहम बैठक
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को यह भी बताया कि भारत 'सकारात्मक, रचनात्मक और पारस्परिक रूप से फायदेमंद' रिश्ते चाहता है. अपनी हाई लेवल मीटिंग के बाद मिस्री ने कहा, "मैंने आज बांग्लादेश प्राधिकरण की अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम करने की भारत की इच्छा को रेखांकित किया है."
जयशंकर ने मोहम्मद तौहीद हुसैन से न्यूयॉर्क में की थी बात
इससे पहले सितंबर में विदेश मंत्री एस जयशंकर और बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन के बीच न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान हुई बैठक हुई थी. शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत थी, जिसमें तनावपूर्ण माहौल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया था.
इस्कॉन मंदिर को फिर बनाया गया था निशाना
शनिवार को बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने एक बार फिर इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया था. राजधानी ढाका में इस्कॉन मंदिर में उपद्रवियों ने आग लगा दी थी. कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया था कि बांग्लादेश में लगातार वैष्णव सम्प्रदाय और इस्कॉन सदस्यों को टारगेट कर हमले किए जा रहे हैं.
राधारमण दास के मुताबिक, ढाका में श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर और श्री श्री महाभाग्य लक्ष्मी नारायण मंदिर में आग लगा दी गई. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से हमारी अपील के बाद भी, पुलिस इन हमलों से निपटने के लिए कोई खास कदम नहीं उठा रही है.
बांग्लादेश के सलाहकार भारत के साथ संबंधों में गतिरोध के समाधान को लेकर आशावादी