एआईएमआईएम नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली स्थित घर पर तोड़फोड़ की घटना में आरोपी हिंदू सेना के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग सात से आठ लोग ओवैसी के आधिकारिक आवास पर पहुंचे और बंगले के बाहर नेमप्लेट, लैंप, खिड़की के शीशे तोड़ दिए. इस घटना को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके कहा है कि ''एक सांसद के घर पर हमला होता है दिल्ली में, बीजेपी की हुकूमत देश को क्या पैगाम देना चाहती है?''
ओवैसी ने अपने घर पर हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा, आज कुछ उग्रवादी गुंडों ने मेरे दिल्ली के मकान पर तोड़-फोड़ की. इनकी बुज़दिली के चर्चे तो वैसे ही आम हैं, हमेशा की तरह, इनकी वीरता सिर्फ़ झुंड में ही दिखाई देती है. वक्त भी ऐसा चुना जब मैं घर पर नहीं था. गुंडों के हाथों में कुल्हाड़ियां और लठियां थीं. उन्होंने मेरे घर पर पथराव किया, मेरी नेमप्लेट नष्ट कर दी.
ओवैसी ने कहा कि पिछले 40 साल से उनके घर के केयरटेकर राजू के साथ मारपीट की गई. भीड़ ने साम्प्रदायिक नारे लगाए और मुझे जान से मारने की धमकी दी. राजू के पोते अब डर के साए में जी रहे हैं. राजू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. आशा है कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का मुख्यालय मेरे घर के ठीक बगल में है. मेरे घर के ठीक सामने संसद मार्ग थाना है. प्रधानमंत्री आवास 8 मिनट की दूरी पर है. उन्होंने कहा कि कम से कम 13 लोग थे, 6 को हिरासत में लिया गया है. यह तीसरी बार है जब मेरे आवास पर हमला किया गया है. पिछली बार भी तोड़फोड़ हुई थी. राजनाथ सिंह केवल गृह मंत्री ही नहीं बल्कि मेरे पड़ोसी भी हैं.
ओवैसी ने कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय दुनिया को उपदेश देता है कि हमें कट्टरपंथ से कैसे लड़ना चाहिए, कृपया बताएं कि इन गुंडों को कट्टरपंथी किसने बनाया? अगर इन ठगों को लगता है कि यह मुझे डराने वाला है, तो वे नहीं जानते कि मजलिस और हम किस चीज से बने हैं. हम न्याय के लिए अपनी लड़ाई कभी नहीं रोकेंगे.
दिल्ली के अशोक रोड पर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के आधिकारिक आवास में तोड़फोड़ करने के आरोप में हिंदू सेना नामक एक समूह के छह सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. यह घटना मंगलवार की शाम को हुई. पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) दीपक यादव ने कहा कि घटना में कथित संलिप्तता के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग सात से आठ लोग ओवैसी के आधिकारिक आवास पर पहुंचे और बंगले के बाहर नेमप्लेट, लैंप, खिड़की के शीशे तोड़ दिए. हैदराबाद के राजनेता कथित तौर पर घटना के दौरान अपने आवास पर नहीं थे.