बाल सुधार गृह में बंद अतीक अहमद के दोनों बेटे एहजम और अबान चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (Child Welfare Committee) के आदेश पर सोमवार को छोड़ दिए गए. बालिग हो जाने और कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं होने की वजह से ये रिहाई मिली है. अतीक की बहन शाहीन परवीन को उनकी सुपुर्दगी मिली है.
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद का चौथा बेटा अहजम बाल संरक्षण गृह में था. घटना के वक्त नाबालिग होने के चलते उसे जेल नहीं भेजा गया था. हालांकि 4 अक्टूबर को एहजम बालिग हो गया. एहजम के साथ आबान भी बाल संरक्षण गृह में था.
माफिया अतीक अहमद के चौथे बेटे एहजम और पांचवे बेटे आबान को प्रयागराज के राजरूपपुर बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया है. अहजम के छूटने पर सस्पेंस अंतिम समय तक बरकरार था, लेकिन सीडब्लूसी ने उसे भी छोड़ने का फैसला लिया.
अतीक की बहन शाहीन परवीन ने दोनों बच्चों की कस्टडी के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. इस अर्जी पर 10 अक्टूबर को कोर्ट में सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट में कल सीडब्ल्यूसी को जवाब दाखिल करना है. कोर्ट ने बच्चों की कस्टडी पर सीडब्ल्यूसी को निर्णय लेने का निर्देश दिया था. जिस पर आज CWC ने जवाब दाखिल करने से पहले दोनों बच्चों को अतीक की बहन की सुपुर्दगी में सौंप दिया है. इस दौरान बाल सुधार गृह पर धूमनगंज एसीपी वरुण कुमार और थाना प्रभारी राजेश मौर्य मौजूद रहे. बाल सुधार गृह से निकलकर पुलिस के सुरक्षा में अतीक के दोनों बेटे कार में सवार होकर निकल गए.
उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटों को चकिया इलाके से बरामद किया था. दोनों की उम्र 18 वर्ष से कम होने के कारण उन्हें कोर्ट के आदेश पर बाल संरक्षण गृह में रखा गया था. यह दोनों बच्चे चौथे और पांचवें नंबर के हैं. एहजम इसी महीने 18 साल का हो गया है. नियमानुसार उसे अब बाल संरक्षण गृह में नहीं रखा जा सकता.