पीएम नरेंद्र मोदी आज असम दौरे पर हैं, जहां उन्होंने राज्य को 14 हजार 300 करोड़ रुपये की सौगात दी है. उन्होंने पूर्वोत्तर भारत को पहला AIIMS और तीन मेडिकल कॉलेजों की सौगात दी है. उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी को लेकर काफी चर्चा हुई है. आज जो भी यहां आता है, वह यहां की तारीफ किए बिना नहीं रहता. उन्होंने कहा कि यहां पर सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया गया है. यहां पर एजुकेशन और मेडिकल क्षेत्र में काफी काम किया गया है. आज यहां पर एक एम्स और तीन मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला.
पूर्वोत्तर के विकास से कुछ लोगों को तकलीफ
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर पूर्व के विकास की चर्चा पर कुछ लोगों को तकलीफ होती है. इन लोगों को क्रेडिट की चिंता होती है. क्रेडिट के भूखे लोगों को नॉर्थ ईस्ट दूर लगता था. एक परायेपन का भाव उन्होंने ही पैदा किया. पीएम मोदी ने कहा कि वर्तमान सरकार सेवा भाव से काम कर रही है.
हमने 15 एम्स पर काम किया
पीएम ने कहा कि दिल्ली का एम्स 50 के दशक में बना था. देश के कोने-कोने से लोग आकर इलाज कराते थे. अटल जी की सरकार ने इस बारे प्रयास किया कि अन्य जगहों पर एम्स खोले जाएं, लेकिन बाद में सब ठप पड़ गया, जो एम्स खोले गए वे सुविधा के अभाव में काम कर रहे थे. हमने 15 एम्स पर काम किया. पहले की सरकारों की नीतियों की वजह से हमारे यहां डॉक्टरों और मेडिकल प्रोफेशनलों की कमी रही है. यह कमी क्वालिटी हेल्थ सर्विस का रोड़ा थी इसलिए वर्तमान सरकार ने मेडिकल इंफ्रास्ट्रकचर और प्रोफेशनल बढ़ाने पर काम किया है.
हमारी सरकार ने 300 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज बनाए
पीएम ने कहा कि 2014 से पहले 10 सालों में 150 मेडिकल कॉलेज बने, लेकिन हमारी सरकार में 300 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज बने हैं. मेडिकल कॉलेजों में सीटों को काफी बढ़ाया गया है. हमने भारतीय भाषाओं में मेडिकल की शिक्षा चालू की है ताकि दूरदराज के लोग शिक्षा ले सकें. पीएम ने कहा कि नीति नीयत और निष्ठा किसी स्वार्थ से नहीं, बल्कि राष्ट्र प्रथम और देशवासी प्रथम की नीति से काम होता है. इलाज के लिए दूर न जाना पड़े, गरीब को इलाज के लिए परेशान न होना पड़े इसलिए लिए योजना बनाई गई.
प्रिवेंटियर हेल्थकेयर पर दिया जोर
पीएम मोदी ने आयुष्मान योजना के बारे में लोगों को बताया और इलाज में काम आने वाली दवाइयों के लिए जनऔषधि योजना का भी जिक्र किया. हमारी सरकार ने प्रिवेंटियर हेल्थकेयर पर भी जोर दिया ताकि लोग बीमार कम हों. मुफ्त डायलिसिस की सुविधा भी लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है. असम के 1 करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड देने की योजना पर काम हो रहा है. पहले की सरकारों और वर्तमान सरकार के समय में स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी फर्क होने की बात लोग बताते हैं.
पीएम मोदी ने कहा हेल्थकेयर सेक्टर में बदलाव केवल सच्चा प्रयास करने से आया है. कोरोना के समय यही मंत्र काम आया.
क्या क्या उद्घाटन किया और योजना दी पीएम मोदी ने
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया और 'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान की शुरुआत भी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट', पलाशबाड़ी और सुआलकुची को जोड़ने वाले ब्रह्मपुत्र नदी पर पुल और शिवसागर के ‘रंग घर' के सौंदर्यीकरण कार्य की आधारशिला भी रखी.
एक एम्स तीन मेडिकल कॉलेज
प्रधानमंत्री मोदी ने असम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया और 'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान की शुरुआत भी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट', पलाशबाड़ी और सुआलकुची को जोड़ने वाले ब्रह्मपुत्र नदी पर पुल और शिवसागर के ‘रंग घर' के सौंदर्यीकरण कार्य की आधारशिला भी रखी.
बता दें कि पीएम मोदी ने मई, 2017 में इस अस्पताल का शिलान्यास किया था. कुल 1,120 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, एम्स गुवाहाटी 30 आयुष बिस्तरों सहित 750 बिस्तरों वाला एक अत्याधुनिक अस्पताल है. इस अस्पताल में हर साल 100 एमबीबीएस के छात्रों की वार्षिक प्रवेश क्षमता होगी. यह अस्पताल पूर्वोत्तर के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा.
प्रधानमंत्री ने जिन तीन चिकित्सा महाविद्याालयों को राष्ट्र को समर्पित किया उनमें नलबाड़ी चिकित्सा महाविद्यालय, नागांव चिकित्सा महाविद्यालय और कोकराझार चिकित्सा महाविद्यालय शामिल हैं. इन तीनों महाविद्याालयों का निर्माण क्रमशः लगभग 615 करोड़ रुपये, 600 करोड़ रूपये और 535 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है.
इनमें से प्रत्येक में आपातकालीन सेवाओं, आईसीयू सुविधाओं, ओटी और डायग्नोस्टिक सुविधाओं आदि सहित ओपीडी/आईपीडी सेवाओं के साथ 500 बिस्तरों वाले शिक्षण अस्पताल संलग्न हैं. प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100 एमबीबीएस छात्रों की वार्षिक प्रवेश क्षमता होगी.
पांच रेल परियोजनाएं
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे की पांच परियोजनाओं को राष्ट्र को भी समर्पित किया . जिन रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा उनमें दिगारू-लुमडिंग खंड; गौरीपुर - अभयपुरी खंड; न्यू बोंगाईगांव - धूप धारा खंड का दोहरीकरण; रानीनगर जलपाईगुड़ी-गुवाहाटी खंड का विद्युतीकरण; सेंचोआ-सिलघाट टाउन और सेंचोआ-मैराबाड़ी खंड का विद्युतीकरण शामिल है.