असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने गुरुवार को घोषणा की कि उनकी सरकार असम मेडिकल कॉलेज को बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 300 करोड़ रुपये की चिकित्सा सहायता राशि देगी. डिब्रूगढ़ मेडिकल इंस्टिट्यूट के प्लेटिनम जुबली समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने ब्रिटिश परोपकारी डॉ.जॉन बेरी व्हाइट और असम के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बोरदोलोई को एएमसी की स्थापना में उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की.
उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि असम मेडिकल कॉलेज (AMC) ने बीते 75 सालों में कई डॉक्टर दिए हैं, जो आज अपने एस्कपर्टाइज के क्षेत्र में कमाल कर रहे हैं. सीएम बिस्वा ने कहा, " राज्य सरकार असम मेडिकल कॉलेज को क्वाटर और स्टूडेंट हॉस्टल बनाने व टीचरों की नियुक्ति के लिए 300 करोड़ की सहायता राशि देगी."
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अमस मेडिकल कॉलेज को आवश्यक सहायता प्रदान करने की इच्छुक है क्योंकि यह खुद को एक अत्याधुनिक अनुसंधान संस्थान में बदल रही है, जो नए जमाने की बीमारियों से निपटने में सक्षम होगी. मेडिकल स्टडी और उपचार में अपनी समृद्ध विरासत को बनाए रखने के लिए एएमसी की प्रशंसा करते हुए, उन्होंने कॉलेज प्रबंधन से इसकी विरासत के साथ इसके विकास और विकास को शुरू करने के लिए कहा.
मुख्यमंत्री ने असम मेडिकल कॉलेज से कहा कि वो राज्य सरकार और आईआईटी-गुवाहाटी के साथ 'हाई-एंड' मेडिकल रिसर्च के लिए कोऑर्डिनेट करे. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 1947 बैच के छात्र रहे कामख्या प्रसाद चक्रवर्ती को सम्मानित किया. मौके को यादगार बनाने के लिए पोस्टल स्टाम्प भी जारी किया गया.
मुख्यमंत्री ने श्रीमंत शंकरदेव स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति से, जिसमें एएमसी और इससे संबद्ध अन्य मेडिकल कॉलेज हैं, ब्रिटिश परोपकारी व्यक्ति के सम्मान में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ एमबीबीएस स्नातक के लिए 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने का आग्रह किया. उन्होंने ओएनजीसी द्वारा अपनी सीएसआर गतिविधियों के हिस्से के रूप में दान की गई नौ उन्नत जीवन रक्षक एम्बुलेंस को झंडी दिखाकर रवाना किया.
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