असम के तेजपुर में आज तड़के भूकंप के झटके (Assam Earthquake) महसूस किए गए. तेजपुर में बुधवार तड़के 3.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि भूकंप सुबह 5:55 बजे IST (भारतीय मानक समय) पर 20 किमी की गहराई पर आया. भूकंप का केंद्र तेजपुर से 42 किमी पूर्व में मौजूद था. भूकंप का अक्षांश 26.70, लंबाई 93.22, गहराई 20 किमी थी. राहत भरी बात यह है कि भूकंप में किसी के भी हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है. बता दें कि दिसंबर महीने में ये दूसरी बार है जब असम में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, इससे पहले दिसंबर महीने की शुरुआत में भी असम के गुवाहाटी में 3.5 तीव्रता का भूकंप आया था.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक आज सुबह 5 बजकर 55 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र जमीन में 20 किमी की गहराई में था. हालांकि भूकंप से झटकों से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स होती हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां पर ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
भूकंप में कुछ को कैसे रखें सुरक्षित?
एक्सपर्ट के मुताबिक कई उपाय हैं, जिनसे भूकंप के बाद होने वाले खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो या पहुंच सकता हो. भूकंप आने के समय अगर आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें.
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