केंद्र सरकार ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो द्वारा ‘जेड' श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ओवैसी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे सीआरपीएफ कमांडो तैनात रहेंगे.एआईएमआईएम प्रमुख को ‘जेड' श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय हापुड़ में उनकी कार पर फायरिंग की घटना के एक दिन बाद आया है. ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद दिल्ली लौट रहे थे.
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एआईएमआईएम प्रमुख ने गुरुवार को एक ट्वीट में लिखा था, 'कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं. चार राउंड फ़ायर हुए. 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए. मेरी गाड़ी पंक्चर हो गई लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल गया. हम सब महफ़ूज़ हैं.'
'सपा वाशिंग मशीन है, जिसमें संघी सेक्युलर बन जाते हैं, हम पर तो B टीम का ठप्पा...' : ओवैसी का तंज
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है . पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मामले का आरोपी सचिन नोएडा के बादलपुर का रहने वाला है. सचिन का कहना है उसने एलएलएम किया हुआ है. अब तक की जांच में पता लगा है कि इस पर पहले भी एक 307 का मुकदमा है. एलएलएम के आरोपी के दावे को वेरिफाई किया जा रहा है.दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का रहने वाला है और दसवीं पास है. शुभम खेती करता है और उसका अब तक कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं निकला है. सहारनपुर पुलिस से क्रॉस चैक किया गया है. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि ये ओवैसी और उनके छोटे भाई के बयानों से बेहद नाराज थे. फेसबुक, ट्विटर, सोशल मीडिया पर ये ओवैसी के भाषण सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे.