अरुणाचल प्रदेश के कामेंग सेक्टर में ऊंचाई पर स्थित इलाके में हिमस्खलन होने से उसमें भारतीय सेना के सात जवान फंस गए थे उनके शव बरामद कर लिए गए हैं. सेना ने आज एक बयान में यह जानकारी दी. फंसे हुए जवानों का पता लगाने के लिए तलाश और बचाव कार्य शुरू किया गया था. सैन्यकर्मी एक गश्ती दल में शामिल थे जो कि रविवार को आए हिमस्खलन में फंस गया था.
हिमस्खलन की घटना के बाद तलाश और बचाव कार्य शुरू किया गया. राहत कार्य में सहायता के लिए विशेषज्ञों के दल को हवाई मार्ग से पहुंचाया गया था. इलाके में पिछले कुछ दिन से मौसम खराब है और भारी बर्फबारी हो रही है.
सेना ने कहा कि खराब मौसम में हिमस्खलन और ऊंचाई वाले कामेंग सेक्टर में बर्फबारी के बीच गश्ती दल फंस गया था.
सेना ने एक बयान में कहा, दुर्भाग्य से इसमें शामिल सभी लोगों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, सभी सातों जवानों की मौत की पुष्टि हो गई है.
सेना ने कहा कि "14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भारी बर्फबारी के साथ खराब मौसम देखा जा रहा था. सैनिकों के शवों को आगे की औपचारिकताओं के लिए हिमस्खलन स्थल से निकटतम सैन्य चिकित्सा सुविधा में भेजा जा रहा है."
सैनिक नियमित रूप से अरुणाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में गश्त पर जाते हैं और खराब मौसम के दौरान हिमस्खलन एक बड़ा जोखिम होता है.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जवानों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश में बर्फीले तूफान में ड्यूटी के दौरान हमारे सात बहादुर जवानों के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. हमारे जवान हमारी सुरक्षा के लिए निस्वार्थ भाव से प्रयास कर रहे हैं. जवानों को मेरा सलाम. उनके परिवार और सहयोगियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.