तमिलनाडु के मदुरै में जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान करीब 60 घायल: अधिकारी

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल भेजे गए 20 घायलों में से 11 का अभी भी इलाज चल रहा है.

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प्रतिभागी को सांड को सींग पकड़ वश में करना होता है.
मदुरै:

तमिलनाडु के जिले मदुरै के अवनियापुरम में जल्लीकट्टू कार्यक्रम में करीब 60 लोग घायल हो गए, जिनमें से 20 गंभीर रूप से घायल हो गए. मदुरै के जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने कहा, "कल, हमारे पास लगभग 60 घायल लोग थे, जिनमें से 20 थोड़े गंभीर थे और उन्हें राजाजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. मामूली चोटों वाले 40 अन्य लोगों को प्राथमिक उपचार दिया गया था, कोई हताहत नहीं हुआ है." हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम किए गए थे.

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल भेजे गए 20 घायलों में से 11 का अभी भी इलाज जारी है. अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बावजूद चल रहा जल्लीकट्टू कार्यक्रम कल शाम चार बजे तक जारी रहा. मदुरै के कलेक्टर ने पहले कहा था, "हमें कोई चोट नहीं लगने की उम्मीद है, अगर चोट लगती है, तो हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें सबसे अच्छी चिकित्सा देखभाल दी जाए, इसलिए, सभी व्यवस्थाएं की गई हैं हम जल्लीकट्टू के सुचारू संचालन की उम्मीद करते हैं."

तमिलनाडु के मदुरै के तीन गांवों में रविवार को जल्लीकट्टू को 'एरु थजुवुथल' और 'मनकुविरट्टू' के नाम से भी जाना जाता है. जल्लीकट्टू सांडों को वश में करने वाला खेल है, जिसमें एक प्रतिभागी को सांड को सींग से पकड़ना होता है और उसे वश में करना होता है. आगे के जल्लीकट्टू कार्यक्रम सोमवार और मंगलवार को पलामेडु और अलंगनल्लूर में आयोजित होने वाले हैं. जल्लीकट्टू के आयोजन में केवल 300 बुल टैमर और 150 दर्शकों को अनुमति दी जाती है.

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