उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से करीब 22 हजार अनाधिकृत लाउडस्पीकर हटाये गये

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि धार्मिक स्थलों से अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटाने और अन्य की आवाज को अनुमेय सीमा के भीतर निर्धारित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है.

Advertisement
Read Time: 15 mins
अधिकारियों ने राज्य भर में 2,846 संवेदनशील स्थानों की पहचान की है जहां नमाज अदा की जाती है.
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से करीब 22,000 अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है और अन्य 42,000 लाउडस्पीकरों की ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज धीमी की गयी है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि धार्मिक स्थलों से अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटाने और अन्य की आवाज को अनुमेय सीमा के भीतर निर्धारित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं. कुमार ने कहा कि बृहस्पतिवार शाम तक कुल 21,963 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया और 42,332 लाउडस्पीकरों की ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज धीमी की गयी है .

कार्रवाई के बारे में आगे बताते हुए उन्होंने कहा, ''जो लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, वे अनधिकृत हैं .

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पिछले हफ्ते वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए दिशा निर्देशों के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है.

योगी ने कहा था कि हर किसी को अपनी-अपनी धार्मिक आस्था के हिसाब से पूजा और इबादत करने की आजादी है, लेकिन लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए ताकि दूसरे लोगों को कोई परेशानी न हो.

प्रदेश के गृह विभाग ने ‘अवैध' रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर को हटाने की कार्रवाई की स्थिति रिपोर्ट आगामी 30 अप्रैल को मांगी है.

इस बीच, राज्य के अधिकारियों ने आगामी शुक्रवार को अलविदा नमाज और ईद के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धार्मिक प्रमुखों से भी बात की.

Advertisement

गृह विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार स्थानीय अधिकारियों ने विभिन्न धर्मों के 29,808 प्रमुखों से बात की है.

अधिकारियों ने राज्य भर में 2,846 संवेदनशील स्थानों की पहचान की है जहां नमाज अदा की जाती है.

पीएसी की कुल 46 कंपनियां, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की सात कंपनियों के साथ-साथ 1492 पुलिस रंगरूटों को राज्य भर में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है.

Advertisement

यह भी पढ़ें:
महाराष्ट्र में कोई 'योगी' नहीं, हैं तो सिर्फ सत्ता 'भोगी' : लाउडस्पीकर विवाद के बीच राज ठाकरे ने प्रदेश सरकार पर कसा तंज
'मस्जिदों के लाउडस्पीकर और हलाल मीट पर ही बैन क्यों? : पूर्व CM उमर अब्दुल्ला
UP में 6 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए गए, बनारस-बरेली और कानपुर में सबसे बड़ी कार्रवाई 

यूपी सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों से हटाए 20 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Hathras Stampede: हाथरस में हाहाकार, क्या हुआ, कैसे हुआ ? ग्राउंड ज़ीरो से NDTV की Report