सेना के स्पेशल फोर्सेस में कमाडिंग ऑफिसर रहे कर्नल मनदीप मान युवाओं के लिए मिसाल पेश करने जा रहे हैं. आज से उन्होंने 1000 किलोमीटर अल्ट्रा रन (Retired Colonel Mandeep Mann Ultra Run) की शुरुआत की है. द्वीव से शुरू हुई यह अल्ट्रा रन 35 से 40 दिनों तक चलेगी, जो कि 7 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में खत्म होगी. कर्नल मनदीप मान द्वीव से गुजरात, राजस्थान और पंजाब होते हुए जम्मू पहुंचेंगे. बता दें कि कर्नल मान सेना से रिटायर हो चुके है और उनकी उम्र 62 साल है. इस उम्र में भी उनके जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं है.
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"बॉर्डर एरिया में दिक्कतों को हल करने की जरूरत"
कर्नल मान ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि फिटनेस के प्रति लोगों को जागरूक करना उनकी पहली सोच है. बॉर्डर एरिया में रन करने में इस इलाके की वजह से अलग-अलग तरह की दिक्कत होती है, जिसको हल करने की जरूरत पहले है. बता दें कि श्रीलंका में सेना के ऑपेरशन के दौरान ग्रेनेड ब्लास्ट में कर्नल मान का पैर बुरी तरह घायल गया था. कई ऑपेरशन होने के बाद कर्नल मान अपने पैरों पर खड़े हो सके, लेकिन उन्होंने फिर भी हार नहीं मानी.
"कुछ करने की ठान लो, तो रास्ते खुद निकल आते हैं"
कहते है जब आप ठान लेते है कि आपको कुछ करना है तो रास्ते निकल ही आते है. कर्नल मान से जब यह पूछा गया कि 62 साल की उम्र में अल्ट्रा रन करने की हिम्मत वह कैसे जुटा पाए, तो उन्होंने बताया कि इससे पहले वह पिछले साल 14 हज़ार फुट की ऊंचाई पर पेंगोंग लेक में जमी बर्फ पर दौड़ भी लगा चुके है.
"कोशिश करो ंतो सफलता जरूर मिलेगी"
कर्नल मान ने बताया कि उस वक्त वहां का तापमान माइनस 30 के आसपास था. कर्नल मान के मुताबिक सब कुछ दिमाग से तय होता है, आप कोशिश कीजिए तो सफलता जरूर हाथ लगेगी. शायद ऐसा पहली बार होगा कि सेना का कोई वेटरन 60 साल से ज्यादा उम्र होते हुए भी 1000 किलोमीटर दौड़ेगा. कर्नल मान का साथ देने के लिए सेना से रिटायर सैनिक भी रन में हिस्सा लेंगे.