जिस जंगल में छिपे हैं आतंकी, वहीं से शहीदों के शवों को लाने के लिए सेना ने लॉन्च किया ऑपरेशन

एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, "शवों को वापस लाया जा रहा है... यह काम जल्द ही पूरा हो जाएगा..."

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इन दो जवानों की शहादत को मिलाकर इसी ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना इस सप्ताह सात जानें खो चुकी है...

श्रीनगर:

जम्मू एवं कश्मीर में पुंछ जिले के जंगल में भारतीय सेना के जवान बेहद सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं, ताकि उन दो जवानों के शव वापस ला सकें, जो गुरुवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. सूत्रों के मुताबिक, यह काम काफी मुश्किल साबित हो रहा है, क्योंकि आतंकवादी जंगल में काफी भीतर छिपे हुए हैं और सुरक्षाबलों पर गोलियां भी चला रहे हैं.

इन दो जवानों की शहादत को मिलाकर इसी ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना इस सप्ताह सात जानें खो चुकी है - पांच जवान मुठभेड़ के पहले ही दिन सोमवार को शहीद हुए थे.

सूत्रों ने बताया कि जंगल से दो शवों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन शुक्रवार सुबह लॉन्च किया गया. एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, "शवों को वापस लाया जा रहा है... यह काम जल्द ही पूरा हो जाएगा..."

सुरक्षात्मक कदम के तौर पर प्रशासन ने पुंछ-जम्मू हाईवे को बंद कर दिया है.

सूत्रों ने कहा कि भारी मात्रा में गोला-बारूद लेकर मौजूद आतंकवादी इस जंगल में काफी पहले से पैठ बनाए हुए लगते हैं और उन्हें खत्म करने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन आसान नहीं है. उनके मुताबिक, आतंकवादियों ने जंगल में छिपने के लिए अपने ठिकाने दो-तीन महीने पहले बनाए हो सकते हैं, और वे इस इलाके और जंगल से अच्छी तरह परिचित लगते हैं.

सोमवार को डेरा की गली में जंगल के क्षेत्र में भारतीय सेना की आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हो गई थी, और दूसरी मुठभेड़ डेरा की गली से कई किलोमीटर दूर मेंढार जंगल में गुरुवार को शुरू हुई.

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