सात दशक पुरानी परंपरा को जारी रखते हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को सोमवार को काठमांडू में एक समारोह में नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ‘नेपाली सेना के जनरल' की मानद उपाधि से सम्मानित करेंगी. जनरल पांडे रविवार को नेपाल की पांच दिन की यात्रा पर रवाना हो गए. इस दौरान वह पड़ोसी देश के असैन्य और सैन्य अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे.
जनरल पांडे की काठमांडू में होने वाली चर्चा में अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में नेपाल के गोरखा जवानों को शामिल किए जाने का विषय भी आ सकता है. खबरों के अनुसार, नेपाल ने भारत से कहा है कि नई योजना के तहत भर्ती मौजूदा प्रावधानों के अनुरूप नहीं है. सेना ने कहा कि जनरल पांडे इस यात्रा में राष्ट्रपति भंडारी तथा प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात करेंगे और नेपाल के सेना प्रमुख जनरल प्रभुराम शर्मा से व्यापक चर्चा के साथ ही नेपाल के वरिष्ठ सैन्य और असैन्य नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘यह यात्रा मौजूदा द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की समीक्षा का अवसर देगी और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करेगी.'' उसने कहा कि जनरल पांडे को राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास ‘सीतल निवास' में सोमवार को आयोजित एक समारोह में नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी. यह परंपरा 1950 में शुरू हुई थी, इसके तहत भारत भी नेपाली सेना प्रमुख को भारतीय सेना के जनरल की मानद उपाधि प्रदान करता है.
जनरल पांडे नेपाल सेना मुख्यालय का भी दौरा करेंगे जहां वह शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे और बल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे. सेना प्रमुख मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री से मुलाकात कर सकते हैं.
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