अरावली रेंज को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही चर्चाओं का बाजार गरम है. कोई इस फैसले को अरावली के लिए खतरनाक बता रहा है तो कोई कह रहा है कि अगर 100 मीटर के नीचे की ऊंचाई वाले रेंज को अरावली रेंज का हिस्सा नहीं माना जाएगा तो इससे खनन जैसी चीजें और बढ़ेंगी. कोर्ट के फैसले के बाद अब सियासत भी तेज हो गई है. विपक्ष में बैठी पार्टियां इस फैसले की निंदा भी कर रहे हैं. इन तमाम तरह के दावों के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता गौरव वल्लभ ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि अरावली रेंज को लेकर कुछ भू-माफिया और खनन माफिया जानबूझकर भ्रम फैला रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि कुछ भू-माफिया और खनन हितों से प्रभावित लोग गलत सूचना फैला रहे हैं और कांग्रेस नेता आग में घी डाल रहे हैं. मैं यह बिल्कुल स्पष्ट करना चाहता हूं कि अरावली पर्वतमाला में किसी भी प्रकार की खनन गतिविधि के लिए कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया है. अरावली खनन के लिए खुला नहीं है.
आपको बता दें कि बीजेपी ने ता राजेंद्र राठौर ने भी अरावली रेंज को लेकर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि अरावली पर्वत श्रृंखला को लेकर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा था. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया.
जयपुर स्थित बीजेपी ऑफिस में राठौड़ ने प्रेस काफ्रेंस की. उन्होंने कहा कि अरावली को नुकसान पहुंचाने का काम कांग्रेस शासन में हुआ, जबकि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार इसके संरक्षण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. राजेंद्र राठौड़ ने कटाक्ष करते हुए कहा कि गहलोत ने ‘सेव अरावली' की डीपी तो लगाई, लेकिन राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस के बड़े नेताओं ने साथ नहीं दिया. इससे साफ है कि कांग्रेस पार्टी भी गहलोत के साथ नहीं है.
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