दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को शुक्रवार को दो साल बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दी. उन्हें 50 हजार रुपये के मुचलके पर सशर्त जमानत दी गई. इसके बाद रात करीब आठ बजे कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद सत्येंद्र जैन जेल से बाहर आए. इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह सहित आम आदमी पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए वहां मौजूद थे.
अपने नेता को जेल से बाहर आते देख कार्यकर्ताओं ने पार्टी, अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के समर्थन में जमकर नारे लगाए. नेताओं और कार्यकर्ताओं के चेहरे पर जैन के बाहर आने की खुशी साफ झलक रही थी.
जेल से बाहर आने पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के कामों को रोकने के लिए मुझे गिरफ्तार किया गया था. वहीं मनीष सिसोदिया ने कहा कि जैन अस्पताल ठीक करवा रहे थे, सड़कें ठीक करवा रहे थे यही उनकी गलती थी. इसीलिए बीजेपी ने उन्हें प्रताड़ित किया और इतने लंबे समय तक जेल में रखा.
सत्येंद्र जैन को जमानत तो मिल गई है, लेकिन उनके देश से बाहर जाने पर कोर्ट ने रोक लगाई है.
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को साल 2022 में दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था. वो आम आदमी पार्टी (आप) के चौथे नेता हैं, जिन्हें शराब घोटाला मामले में जमानत मिली है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को इस मामले में जमानत मिल चुकी है.