केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने प्रदर्शनकारी किसानों (Farmers) से सरकार के साथ बातचीत करने का आग्रह किया है. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को भी बातचीत के माध्यम से ही कतर से वापस लाया जा सका है. किसानों ने मंगलवार को 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू किया है. इसे लेकर एनडीटीवी से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि बातचीत में समय लग रहा है क्योंकि किसान नई मांगें कर रहे हैं और उन्हें हिंसा और आगजनी में शामिल नहीं होना चाहिए.
कतर सरकार की ओर से भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को रिहा कर दिया गया है, जिनमें से सात सोमवार को भारत पहुंचे थे. नौसेना के इन पूर्व अधिकारियों का जिक्र करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, "कतर से भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा से बचाकर सुरक्षित भारत वापस लाया जा सकता है, यदि ऑपरेशन गंगा के माध्यम से यूक्रेन युद्ध के दौरान 27 हजार भारतीयों को बचाया जा सकता है, कोविड के दौरान करोड़ों हिंदुस्तानियों को वापस लाया जा सकता है... यह सब हल बातचीत के माध्यम से ही निकले हैं. मैं किसान भाइयों से कहूंगा कि आइए चर्चा को जारी रखें.''
उन्होंने कहा, "हमारे केंद्रीय मंत्री किसानों की चिंताओं को सुनने के लिए कल देर रात तक बैठे रहे , लेकिन उनके प्रतिनिधि उठकर चले गए. फिर भी हमने कहा कि चर्चा जारी रखें. चर्चा में अधिक समय लग रहा है क्योंकि नए-नए मुद्दे इसमें जुड़ते जा रहे हैं, जैसे एक मांग है कि विश्व व्यापार संगठन से भारत को हट जाना चाहिए. दूसरा वे चाहते हैं कि हम मुक्त व्यापार समझौतों को खत्म कर दें.''
उन्होंने कहा कि कुछ अन्य नई मांगें यह थीं कि पराली जलाने को प्रदूषण के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए और किसानों को बिजली (संशोधन) विधेयक के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, "हमने उनसे कहा कि हम एक समिति बनाएंगे या हम कृषि मंत्री के साथ भी चर्चा कर सकते हैं. हमें राज्यों और अन्य हितधारकों के साथ भी चर्चा करनी होगी. यही कारण है कि मैं उनसे बातचीत जारी रखने के लिए कह रहा हूं. जब हमने आपकी (किसानों की) ज्यादातर मांगें मान ली हैं तो बाकी पर चर्चा के जरिए समाधान निकाला जा सकता है.”
कंटीले तार और कीलें बिछाने को लेकर दिया जवाब
विरोध प्रदर्शन के दौरान झड़पों के सवाल और राज्य की कुछ सीमाओं पर कंटीले तार लगाने और सड़क पर कीलें बिछाने को लेकर उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से हिंसा न करने का आग्रह किया क्योंकि इससे "देश को नुकसान" होता है और यह भी बताया कि हजारों आम लोगों को लंबे ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस ने कभी भी किसानों का सम्मान नहीं किया : ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछली यूपीए सरकार की तुलना में अधिक फसलें खरीदी हैं और बजट में कृषि का हिस्सा भी बढ़ा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी भी किसानों का सम्मान नहीं किया है. मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि सत्ता में आने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाएगी. एमएसपी पर कानून प्रदर्शनकारी किसानों की प्रमुख मांगों में से एक है.
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी जी, आप आज गारंटी दे रहे हैं. कांग्रेस 60 साल तक सत्ता में थी. 2004 से 2014 के बीच यूपीए सरकार थी. आपने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश भी लागू नहीं की...न तो राहुल गांधी सत्ता में आएंगे और न ही किसानों के लिए कुछ करेंगे.”
विपक्ष के इस सवाल पर कि किसान ऐसे समय में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जब किसान नेता और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है, अनुराग ठाकुर ने बातचीत के लिए अपना आह्वान दोहराया और कहा कि सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए काम किया है और आगे भी करती रहेगी.
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