शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की नेता और विधान पार्षद मनीषा कायंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में रविवार को शामिल हो गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी मामलों पर प्रतिक्रिया जानने के लिए उद्धव ठाकरे पहुंच से बाहर हैं. कायंदे ने यह भी दावा किया कि ठाकरे गुट में महिलाओं से पैसे मांगे जाते हैं.
पिछले दो दिनों में ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट के लिए यह दूसरा झटका है. एक दिन पहले वरिष्ठ नेता शिशिर शिंदे ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. ठाणे में शिवसेना में शामिल होने के बाद एक कार्यक्रम में कायंदे ने दावा किया कि उन्होंने यह देखने के लिए एक साल तक इंतजार किया कि क्या ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट इस बात पर आत्मविश्लेषण करेगा कि पार्टी कार्यकर्ता शिवसेना (यूबीटी) क्यों छोड़ रहे हैं.
कायंदे को शिवसेना का सचिव और प्रवक्ता बनाया गया. कायंदे ने कहा, ‘‘एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना मूल शिवसेना है जो बालासाहेब ठाकरे की है.''
उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के एजेंडे का प्रचार करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत और पार्टी नेता सुषमा अंधारे का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा. कायंदे ने कहा, ‘‘जो लोग हर दिन दूसरों की आलोचना करते हैं, कांग्रेस और राकांपा के एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ बोलते हैं, वे शिवसेना का चेहरा नहीं हो सकते.''
कायंदे के शिवसेना में शामिल होने के कुछ घंटे पहले, ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने उन्हें ‘‘पार्टी विरोधी'' गतिविधियों के आरोप में प्रवक्ता पद से हटा दिया. हालांकि, उन्हें अपनी मूल पार्टी से निष्कासित नहीं किया गया. कायंदे ने कहा कि वह किसी भी पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं हैं.
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