आंध्र प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन निवेशकों ने 13 लाख करोड़ रुपये के निवेश को लेकर प्रतिबद्धता जताई. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य को 13 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन प्रस्तावों से छह लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है. सीएम जगनमोहन ने उद्घाटन सत्र के अंत में प्रतिनिधियों से कहा, "हमें लगभग 13 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ 340 निवेश प्रस्ताव मिले हैं. विशाखापट्टनम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने वाले शीर्ष कारोबारियों में मुकेश अंबानी, करण अदाणी, जीएम राव, कृष्णा एला, नवीन जिंदल और पुनीत डालमिया प्रमुख थे. इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक अंबानी ने 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करके आंध्र प्रदेश में सबसे बड़ा डिजिटल फुटप्रिंट नेटवर्क स्थापित करने की बात कही.
अदाणी पोर्ट्स के सीईओ करण अदाणी ने इस मौके पर कहा, "आंध्र प्रदेश उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे, बड़े विनिर्माण आधार, प्रतिभाशाली युवाओं और व्यापार के अनुकूल वातावरण के लिए जाना जाता है. इसकी भारत में दूसरी सबसे लंबी तट रेखा है और इसने खुद को प्रमुख विश्व बाजारों के साथ सबसे प्रमुख संपर्क बिंदुओं में से एक के रूप में स्थापित किया है." उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट को मिली भारी प्रतिक्रिया से पता चलता है कि आंध्र प्रदेश एक अनूठा 'बिजनेस डेस्टिनेशन' है.उन्होंने कहा, "हम पहले ही 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं और इसने 18,000 प्रत्यक्ष और 54,000 परोक्ष रोजगार सृजित किए हैं."
सीएम बोले-बुनियादी ढांचे के साथ प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न है राज्य
जगनमोहन रेड्डी ने कहा, “यह घोषणा करना बहुत गर्व की बात है कि राज्य को 20 क्षेत्रों में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये के निवेश के 340 प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे लगभग छह लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.” उन्होंने कहा कि 2023 भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष है क्योंकि इस साल अपना देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में जी-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश के अग्रणी प्रदेश है और एक लंबी समुद्री तटरेखा और बंदरगाहों, छह हवाई अड्डों और इसके माध्यम से गुजरने वाले तीन औद्योगिक गलियारों के साथ मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न है.
समिट के पहले दिन 92 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए
राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, आंध्र प्रदेश ने सम्मेलन के पहले दिन 11,87,756 लाख करोड़ रुपये के 92 एमओयू पर हस्ताक्षर किए. ऊर्जा विभाग में 8.25 लाख करोड़ रुपये के 35 निवेश प्रस्ताव आए, जिनसे 1.33 लाख रोजगार तैयार होंगे. इनके बाद उद्योग और वाणिज्य विभाग को 3.20 लाख करोड़ रुपये के 41 प्रस्ताव मिले, जिनसे 1.79 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. सूचना प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी संबद्ध विभाग को 32,944 करोड़ रुपये के छह प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे 64,815 लोगों को रोजगार मिलेगा। पर्यटन विभाग को 8,718 करोड़ रुपये के 10 प्रस्ताव मिले, जिनसे 13,400 लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रमुख निवेशकों में, एनटीपीसी ने 2.35 लाख करोड़ रुपये के साथ तीन एमओयू पर हस्ताक्षर किए, जिनसे 77,000 लोगों को रोजगार मिलेगा. अदाणी ग्रीन एनर्जी ने 21,820 करोड़ रुपये के दो समझौते और एक निवेश प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए, जिनसे 14,000 लोगों को रोजगार मिलेगा. सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आंध्र प्रदेश के सभी बंदरगाहों को जोड़ने वाले चार-लेन राजमार्ग को विकसित करने की बात कही.
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