आंध्र प्रदेश के नायडूपेटा में डॉ. बीआर अंबेडकर गुरुकुलम स्कूल में 150 छात्र फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए और उनकी तबियत काफी अधिक बिगड़ गई. जानकारी के मुताबिक छात्रावास में सभी छात्रों ने पूड़ी और चिकन खाया था, जिसे घटिया तेल में पकाया गया था. इसके बाद 150 छात्रों की हालत बहुत बिगड़ गई.
इनमें से जो बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं उन्हें नेल्लोर भेजा गया है और अन्य सभी छात्रों को गुडूर सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया है. मामले की जानकारी मिलते ही अधिकारियों ने इस पर कार्रवाई की.
सभी बीमार 150 छात्रों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
क्या हैं फूड पॉइजनिंग के लक्षण
फूड पॉइजनिंग के सबसे आम लक्षणों में दस्त, पेट में दर्द या ऐंठन, मतली, उल्टी और बुखार शामिल हैं. फूड पॉइजनिंग यदि गंभीर हो तो इसके लक्षणों में खूनी दस्त, 3 दिनों से अधिक समय तक रहने वाला दस्त, 102 डिग्री फ़ारेनहाइट से अधिक बुखार, तरल पदार्थ को पचा न सकने और निर्जलीकरण आदि समस्याएं होती हैं. (इनपुट आइएएनएस से भी)