अमृतपाल सिंह अब तक पंजाब पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा है. खालिस्तान समर्थक की तलाश में कई राज्यों की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं. हालांकि, अमृतपाल अभी तक पुलिस से एक कदम आगे नजर आ रहा है. बताया जा रहा है कि जालंधर के हल्का शाहकोट में गांव नंगल अंबिया में अमृतपाल सिंह अपने साथियों के साथ पहुंचा था. यहां गुरुद्वारे में उसने खाना भी खाया था. यहीं उसने अपना हुलिया बदला और यहां से भी भाग निकला. अब अमृतपाल कहा है, इस सवाल का जवाब तलाशने में कई राज्यों की पुलिस जुटी हुई है.
जालंधर के हल्का शाहकोट में गांव नंगल अंबिया के रहने वाले निवासी नंबरदार भूपेंद्र सिंह ने बताया, "यह मुझे आज पता चला था कि 18 तारीख को अमृतपाल सिंह अपने साथियों सहित गांव के गुरुद्वारा में आया और वहां पर अपने कपड़े बदल कर हुलिया चेंज करके वहां से चला गया." गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथि से पुलिस ने पूछताछ की तो यह बातें सामने आई कि अमृतपाल 18 तारीख को गुरुद्वारा साहिब में आया था. अमृतपाल ब्रेजा गाड़ी में आया था और उनके पास मोटरसाइकिल भी थी. यहां उसने आकर अपने कपड़े बदले और गुरुद्वारा साहिब में खाना भी खाया. अमृतपाल 18 तारीख को एक 1:30 बजे के करीब गुरुद्वारा साहिब में आया था.
आरोप तो यह भी लग रहे हैं कि अमृतपाल सिंह ने हथियार के बल पर खाना और कपड़े छीन लिए. पुलिस ग्रंथी की कॉल डिटेल खंगाल रही है, जिसके फोन से अमृतपाल ने अपने साथियों को कॉल किया था. जालंधर से 59 किलोमीटर दूर स्थित गुरुद्वारा से निकलते अमृतपाल सिंह ने धूप का चश्मा और गुलाबी पगड़ी पहन रखी थी. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि अमृतपाल सिंह को भागने में मदद करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने भगोड़े को पकड़ने में लोगों की मदद लेने के लिए सिंह की सात तस्वीरें भी जारी कीं, जिनमें कुछ में उसने पगड़ी नहीं पहनी हुई है.
पंजाब पुलिस ने बताया कि अमृतपाल समेत तीन अन्य लोग बाइक पर सवार होकर फरार हो गए. अमृतपाल के साथ ब्रीजा कार में गुरुद्वारे गए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाइक पर उसके साथ भागे लोगों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है.' इस मामले में पंजाब पुलिस ने अब तक 154 लोगों को गिरफ्तार किया है. 12 हथियार बरामद हुए हैं. जिसमें 2 राइफल भी शामिल हैं.
पुलिस ने अमृतपाल सिंह पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया है. उसकी NRI पत्नी किरणदीप कौर और परिवार के बैंक खातों, मूवमेंट और संबंधों की जांच की जा रही है. जांच के लिए अमृतपाल के 500 करीबियों की लिस्ट भी तैयार की गई है. एनएसए के तहत संदिग्ध व्यक्ति को 3 महीने के लिए बिना जमानत के हिरासत में रखा जा सकता है और इसकी अवधि बढ़ाई भी जा सकती है.