"सत्यमेव जयते चरितार्थ हुआ...", शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर EC के फैसले पर अमित शाह का बयान

अमित शाह ने शाह ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि चुनाव आयोग ने कल दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
मुंबई:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को ‘शिवसेना' के नाम और उसका चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर' आवंटित करने के चुनाव आयोग के फैसले का गृहमंत्री अमित शाह ने स्वागत किया है. शाह ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि चुनाव आयोग ने कल दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया. कल ही सत्यमेव जयते को चरितार्थ कर दिया.
वहीं  उद्धव ठाकरे ने अपने समर्थकों से कहा कि वे पार्टी का चिह्न ‘धनुष-बाण' चुराने वाले ‘‘चोर'' को सबक सिखाएं.

उद्धव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानना चाहिए कि वे सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करने के बावजूद शिवसेना को कभी खत्म नहीं कर पाएंगे. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि क्या आप डर गये हैं? आपको देने के लिए मेरे पास अभी कुछ नहीं है. इस पर, उनके समर्थकों ने जोरदार आवाज में कहा कि वे डरे नहीं हैं और उनसे अगले कदम के लिए निर्देश देने का आग्रह किया.

एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कई विधायकों द्वारा उनके (उद्धव के) खिलाफ बगावत करने के बाद उद्धव ने पिछले साल जून में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उद्धव ने कहा कि हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जबतक कि चुनावों में चोर को सबक नहीं सिखा देते हैं. फौरन चुनावों की तैयारी शुरू करें.

Advertisement

उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि शनिवार को है और छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती रविवार को है तथा शिवसेना का नाम और चिह्न लूटने के लिए इस समय को चुना गया. उद्धव ने कहा कि चोर ने मधुमक्खी के छत्ते पर पत्थर फेंका है. लेकिन उन्हें मधुमक्खी के डंक का अनुभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे ‘‘चुराये गये धनुष-बाण'' को नहीं ले जा सकेंगे और वह पौराणिक महाकाव्य रामायण के पात्र रावण की तरह गिर जाएंगे, जो भगवान शिव का धनुष नहीं उठा पाया था.

Advertisement

ये भी पढ़ें- 

Featured Video Of The Day
Chenab Railway Bridge: सड़क से सफ़र कितना मुश्किल? और ट्रेन से कितना आसान ? | NDTV India
Topics mentioned in this article