(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
- उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्मे अमानतुल्लाह खान आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े राजनेता हैं. वे छठी दिल्ली विधानसभा में ओखला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. 2015 के दिल्ली चुनाव में अमानतुल्लाह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ब्रह्म सिंह को 60,000 से ज़्यादा वोटों के बड़े अंतर से हराया था.
- आप में शामिल होने से पहले खान ने 2013 में लोक जन शक्ति पार्टी के टिकट पर दिल्ली चुनाव लड़ा था, लेकिन वह इस चुनाव में जीत नहीं पाए थे.
- अमानतुल्लाह खान अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं. हाल ही में, एक भाजपा नेता ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों को भड़काने के आरोप में आप नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि कई आप नेताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अमानतुल्लाह खान को पार्टी से हटाने के लिए पत्र भी लिखा है.
- दिल्ली पुलिस ने जुलाई 2016 में खान को गिरफ़्तार किया था, जब एक महिला ने आरोप लगाया था कि जब वह बिजली कटौती की शिकायत लेकर उनके घर गई तो विधायक ने उसे जान से मारने की धमकी दी. महीनों बाद, उन्हें अपने साले की पत्नी द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत पर फिर से गिरफ़्तार किया गया था. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में कथित भर्ती घोटाले के मामले में भी उनसे पूछताछ की थी और अब वक्फ बोर्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है.
- मई 2017 में, कुमार विश्वास पर हमला करने के लिए खान को निलंबित कर दिया गया था, जब उन्हें विश्वास के लिए जगह बनाने के लिए AAP की राजनीतिक मामलों की समिति से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था. 20 फरवरी 2018 को, खान और साथी विधायक प्रकाश जरवाल के खिलाफ दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया था.
- विधायक अमानतुल्लाह के खिलाफ धन शोधन का मामला दो प्राथमिकी से जुड़ा है. वक्फ बोर्ड में अनियमितताओं के आरोप में खान के खिलाफ एक प्राथमिकी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दर्ज कराई थी जबकि दूसरी प्राथमिकी आय से अधिक संपत्ति मामले में दिल्ली के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दर्ज कराई थी. सूत्रों ने कहा कि खान (50) ने ईडी के कम से कम 10 समन को नजरअंदाज किया. आखिरी बार वह अप्रैल में ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हुए थे.
- अमानतुल्लाह दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे हैं और अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने 32 भर्तियां कराई थीं. इनको लेकर आरोप है कि उन्होंने सरकारी गाइडलाइन्स को ताक पर रखकर काम किया. मामले की चिंगारी को उस वक्त और हवा मिली, जब तत्कालीन सीईओ ने कहा कि इन अवैध भर्तियों के खिलाफ ज्ञापन जारी किया था. साथ ही कहा है कि अमानतुल्लाह ने बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध तरीके से किराए पर दिया.
- वक्फ बोर्ड मामले की जांच करते हुए एसीबी ने बताया था कि अमानतुल्लाह खान ने जिन 32 लोगों को भर्ती किया, उनमें 5 उनके रिश्तेदार और 22 ओखला क्षेत्र के लोग थे. यहीं से अमानतुल्लाह खान विधायक चुने गए. एफआईआर में बोर्ड के पैसे के दुरुपयोग की भी जिक्र किया गया.
- ईडी की 5000 पेज की चार्जशीट में जावेद, दाऊद, कौसर और जीशान का नाम था. साथ ही पार्टनरशिप फर्म स्काई पावर भी आरोपी थी. ईडी का कहना था कि अमानतुल्लाह के अज्ञात स्रोतों से अर्जित संपत्ति से जमीनें खरीदी और बेची गईं. आरोपी कौसर की डायरी में आठ करोड़ रुपये की एंट्री का भी जिक्र किया. साथ ही कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग में अमानतुल्लाह शामिल हैं.
- इससे पहले जांच एजेंसी ने इस मामले में कई स्थानों पर रेड भी की थी. मामले में पहले सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई ने 23 नवंबर, 2016 को अमानतुल्लाह समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और 21 अगस्त, 2022 को चार्जशीट दाखिल की. इसमें सीबीआई ने कहा कि बोर्ड के सीईओ और संविदा पर नियुक्तियों में गड़बड़ियां की गईं.
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