राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ और सेना की नई भर्ती स्कीम अग्निपथ के खिलाफ आज कांग्रेस ने प्रदर्शन का आयोजन किया था. इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता अलका लांबा का हाई वोल्टेज हंगामा देखने को मिला. कांग्रेस मुख्यालय के बाहर ही महिला कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर बैठकर अलका लांबा नारेबाजी कर रहीं थीं. तभी महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें जबरन उठाने की कोशिश की तो वह पुलिसकर्मियों से उलझती नजर आईं.
थोड़ी देर बाद अलका लांबा जमीन पर लेट गईं और बुरी तरह से रोने-बिलखने लगी. अलका लांबा रोते हुए मीडियाकर्मियों से कहने लगी,''जय जवान, जय किसान, भारत माता की जय, सत्यग्रह, हम यहां बैठना चाहते हैं, हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है. देश की जो हालात है उसको लेकर लेकर देश रो रहा है.”
बाद में NDTV से एक इंटरव्यू में अलका लांबा ने आरोप लगाया कि निहत्थे महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पुरूष पुसिलकर्मियों ने दुर्व्यवहार किया. अलका लांबा ने कहा,” दुख की बात है कि महिला पुलिस के होते हुए भी पुरूष पुलिस भी महिलाओं को खींचने में लगी हुई थी...जब बस के करीब हमारी महिला प्रोटेस्टर पहुंच गई ... तो वहां सिर्फ पुरूष पुलिस ही थी ...वहां जो कुछ हुआ वो मैं बता नहीं सकती.”
अलका लांबा ने कहा,” हमलोग जयजवान जय किसान के नारे लगा रहे थे तभी पीछे से पुलिस आई और लाठी चार्ज कर दी ..महिलाओं को पीटा गया ..घसीटा गया...मुझे नहीं पता कि पुलिस क्यों इस तरह का व्यवहार कर रही थी....सभी निहत्थे थे...उन्होंने रूकने को कहा ..औऱ हम वहीं रूक गए ..शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट था...जो भी हमारे महिला प्रोटेस्चटर के साथ हुआ है वो गलत हुआ है...बुरी तरह से महिलाओं को पीटा गया है.”
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि संविधान में हमें शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठाने की आजादी मिली हुई है और हम सत्य औऱ अहिंसा के रास्ते अपनी आवाज उठा सकते हैं.