यूपी के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है. शुक्रवार से अभी तक जहरीली शराब के कारण 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार की नाक के नीचे कैसे मिलावटी शराब का बड़ा रैकेट चल रहा था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार से लगातार मौतें हो रही है क्वार्सी और चंदनियां इलाके में अब तीन युवकों की मौत हो गई है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, जहरीली शराब पीने के चलते इनकी हालत बिगड़ी और फिर सोमवार को इनकी मौत हो गई. इन मौतों के बाद इलाके में भारी आक्रोश है. खुद बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने भी माना है कि प्रशासन को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. सपा के पूर्व विधायक जमीरुल्ला का कहना है कि कई शव का बिना पोस्टमार्टम किए ही अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
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सैनिटाइजर और स्याही फैक्ट्री से आती थी एथाइल अल्कोहल
हमारे अलीगढ संवाददाता अदनान खान के मुताबिक, अलीगढ़ इंडस्ट्रियल इलाके में सैनिटाइजर और स्याही फैक्ट्री से भी नकली शराब बनाने के गैंग के तार जुड़े हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि पकड़े गए आरोपियों में से एक विपिन ने बताया है कि नकली शराब बनाने के लिए वो रुटीन में सैनिटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री से एथाइल/एथिल अल्कोहल (Ethyl Alcohol या Ethanol) खरीद कर लाता था लेकिन बीते दिनों स्याही बनाने के लिए रखा मिथाइल अल्कोहल वाला केन उठा लाया और उसी को शराब में मिलाकर कई जगह पर सप्लाई कर दी. जबकि मिथाइल अल्कोहल खासा जहरीला होता है.
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28 मई को जब इस शराब को पीकर लोग बीमार पड़ने लगे तो वह दुकान में ताला लगाकर भाग गया. नकली शराब की सप्लाई के चलते अब तक 16 दुकानों को सील कर दिया गया है और मुनादी करवा कर इस तरह की शराब को न पीने की अपील की जा रही है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि नकली शराब का रैकेट कैसे पूरे जिले में फैला था.
यूपी के अलीगढ़ में जहरीली शराब से मरने वालों की तादाद 51 हुई