प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को पनामा पेपर लीक केस में बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन को पूछताछ के लिए बुलाया गया. जहां करीब पांच घंटे तक पूछताछ चली. इसके बाद ऐश्वर्या दफ्तर से बाहर निकलीं और कार में बैठकर रवाना हो गईं. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अभिनेत्री को बाद में भी किसी और दिन पूछताछ के लिए बुलाया गया है या नहीं.बता दें कि आज ऐश्वर्या राय बच्चन ED के जाम नगर हाउस दफ्तर पहुंची थीं. सफेद रंग की कोरोला कार में वे प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में दाखिल हुईं, जहां पहले से ED के अधिकारी ऐश्वर्या से पूछताछ से जुड़ी सवालों की एक लंबी फ़ेहरिस्त के साथ मौजूद थे. ठीक दोपहर डेढ़ बजे ऐश्वर्या से पूछताछ शुरू की गई.
सूत्रों के मुताबिक, ऐश्वर्या से वर्जिन आइलैंड स्थित, एमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के स्वामित्व को लेकर पूछताछ की गई. साथ ही, कंपनी के साल 2005 से लेकर साल 2008 तक सालाना टर्नओवर और बैंक अकॉउंट से संबंधित जानकारी भी ली गई. ED अधिकरियों के पास पनामा पेपर लीक केस में इस कंपनी से जुड़े तमाम दस्तावेज मौजूद हैं, कंपनी के बैंक स्टेटमेंट से भी ऐश्वर्या राय का आमना-सामना करवाया गया. साथ ही, कंपनी में ऐश्वर्या के माता-पिता और भाई शेयरहोल्डर थे, जिसको लेकर भी ऐश्वर्या से सवाल-जवाब हुए. दरअसल, मामला साल 2016 का है. ब्रिटेन की मोस्साक फोंसेका फर्म के कुछ दस्तावेज लीक हुई थे. ये दस्तावेज टैक्स चोरी को लेकर थे. इस दस्तावेजों में करीब 500 भारतीयों के नाम भी थे जिन्होंने ब्लैकमनी के जरिये करोड़ों रुपये के टैक्स की चोरी की थी. इन्ही में बच्चन परिवार का नाम भी सामने आया था.
इन दस्तावेजों के मुताबिक,2016 में बच्चन परिवार की 4 शैल कंपनियों के बारे में पता चला. इनमें से 3 कंपनी बहामास में स्तिथ है जबकि एक वर्जिन आइलैंड में. सभी कंपनियों की कैपिटल 5 हजार डॉलर से लेकर 50 हजार डॉलर तक दिखाया गया. कागजों में कंपनी शिपिंग में डील करती थी, जबकि एक शिप की कीमत करोड़ों रुपये में है.वर्जिन आइलैंड स्तिथ एमिक पार्टनर्स प्राइवेट में ऐश्वर्या के अलावा उनके पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे. यह कंपनी 2005 में बनाई गई थी, तीन साल बाद यानी 2008 में कंपनी बंद हो गई थी.साथ ही, ये भी पता चला कि एमिक पार्टनर्स प्राइवेट लि. साल 2004 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में रजिस्टर हुई थी.
इस कंपनी को मोस्साक फोंसेका ने रजिस्टर करवाया था. इस कंपनी में ऐश्वर्या के पिता, मां और भाई शेयरहोल्डर थे. 2017 में ऐश्वर्या के पिता का देहांत हो गया था. साल 2005 जून में ऐश्वर्या को इस कंपनी के शेयर होल्डर बनाया गया था. ऐश्वर्या की शादी के एक साल बाद ही इस कंपनी को बंद करने का काम शुरू हो गया था. 2008 में इस कंपनी के शेयर सिर्फ दुबई की BRK Adonis kannan के पास बचे थे. कुल मिलाकर ऐश्वर्या राय समेत पूरे बच्चन परिवार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. इससे पहले ऐश्वर्या को 9 नवंबर को समन किया गया था जिसका जवाब ऐश्वर्या ने 15 दिन के भीतर ईमेल कर जवाब दिया था. सूत्रों के मुताबिक, आज सुबह भी दूसरे समन पर ऐश्वर्या ने आने में असमर्थता जताई थी लेकिन बाद में ED अधिकारियों के बात करने पर वो जामनगर हाउस पहुंच गईं.