Air India विमान हादसे में लकी सीट नंबर बना 11A, जानिए क्यों बची इस सीट पर बैठे यात्री की जान 

एयर इंडिया के विमानों में इमरजेंसी गेट की संख्या विमान के प्रकार और आकार पर निर्भर करती है. आमतौर पर, एक व्यावसायिक विमान में कई इमरजेंसी गेट होते हैं.

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हादसे का शिकार हुए एयर इंडिया विमान के अंदर 1.25 लाख लीटर ईंधन था और ये एक इमारत से टकरा गया. सोचिए क्या हुआ होगा? कितना बड़ा धमाका, कितनी भीषण आग? मौके से आई तस्वीरों में इमारत तो इमारत आस-पास पार्किंग में खड़ी कारें भी जल गईं. मगर एक शख्स जिंदा बच गया. हादसे के बाद वह घटनास्थल पर टहलता हुआ नजर आया. उसने न केवल मीडिया से बात की. बल्कि यह भी बताया कि हादसे में वह कैसे बचा. इस हादसे में जिंदा बचे शख्स का नाम रमेश विश्वास कुमार. रमेश विश्वास कुमार सीट नंबर 11 ए पर बैठे थे.  

रमेश विश्वास कुमार गुजरात के पास स्थित केंद्रशासित प्रदेश दीव के रहने वाले हैं. जैसे ही प्लेन क्रैश हुआ वैसे ही वो प्लेन से कूद गए. फिर सड़क पर खुद चलते हुए हादसे वाली जगह से दूर जाते दिखे. रमेश विश्वास कुमार  ने बताया हादसे के बाद जोरदार धमाका हुआ, चारों तरफ आग की लपटें थीं. मुझे एंबुलेंस के जरिए अस्पताल लाया गया. 

देखें रमेश कुमार कैसे टहलते नजर आए

रमेश विश्वास कुमार कैसे कूद गए

इस सवाल का जवाब उनकी सीट नंबर 11 ए छुपा है. उनकी सीट प्लेन के दरवाजे के बिल्कुल पास थी. ऐसे में उनके लिए बाहर निकलना आसान था. ऊपर दी तस्वीर में आप देख सकते हैं कि एयर इंडिया में प्लेन के सबसे आगे के हिस्से में बिजनेस क्लास होता है. इसके बाद इकोनॉमी क्लास की सीटें होती हैं. बिजनेस और इकोनॉमी क्लास के बीच में ही दरवाजा होता है. दरवाजे के पास से 11 नंबर की सीटें शुरू होती हैं. दरवाजे के बगल वाली सीट 11 ए है. उसके बाद 11 बी, 11 सी, 11 डी, 11ई, 11एफ सीटें हैं. जाहिर है रमेश कुमार विश्वास की जिंदगी बचने में 11 ए सीट नंबर का भी योगदान है.

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प्लेन में कितने एग्जिट गेट होते हैं

एयर इंडिया के विमानों में इमरजेंसी गेट की संख्या विमान के प्रकार और आकार पर निर्भर करती है. आमतौर पर, एक व्यावसायिक विमान में कई इमरजेंसी गेट होते हैं, जो आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को जल्दी से विमान से बाहर निकलने में मदद करते हैं.

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एयर इंडिया के विमानों में आमतौर पर निम्नलिखित प्रकार के इमरजेंसी गेट होते हैं:

  • ओवर-विंग एक्जिट: ये गेट विमान के पंखों के ऊपर स्थित होते हैं और आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को बाहर निकलने का एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करते हैं.
  • फॉरवर्ड और एफ्ट एक्जिट: ये गेट विमान के आगे और पीछे के हिस्से में स्थित होते हैं और आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को जल्दी से बाहर निकलने में मदद करते हैं.

विमान के प्रकार और आकार के आधार पर, इमरजेंसी गेट की संख्या और स्थान भिन्न हो सकते हैं. एयर इंडिया के विमानों में सुरक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए इमरजेंसी गेट की स्थिति और उपयोग के बारे में यात्रियों को जानकारी प्रदान की जाती है.

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