अगर अर्थव्यवस्था मजबूत है तो सरकार 'वन रैंक, वन पेंशन' क्यों नहीं देती? केंद्र सरकार पर ओवैसी का तंज

यह अर्थव्यवस्था इतना अच्छा कर रही है तो हमारी नौसेना को 200-जहाज वाली नौसेना होने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को बमुश्किल 130 जहाजों तक सीमित करने के लिए मजबूर क्यों किया गया है? नौसेना को तीसरा विमानवाहक पोत क्यों नहीं दिया जा रहा है. 

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ओवैसी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना (फाइल फोटो)

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा कि अगर हमारी अर्थव्यवस्था इतना अच्छा कर रही है तो सुप्रीम कोर्ट के जून तक करने के आदेश के बावजूद सरकार ने OROP पेंशन क्यों तय नहीं की, हमारे सैनिकों की बकाया राशि क्यों नहीं दी.   ओआरओपी पेंशन किसी भी हाल में 2019 में तय होनी थी.

उन्होंने आगे सवाल किया कि अगर अर्थव्यवस्था इतना अच्छा कर रही है तो हमारी वायु सेना के पास लड़ाकू जेट 42 के बजाय  30 स्क्वाड्रन क्यों हैं? क्या यही कारण नहीं है कि आप हमारे बहादुर पायलटों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के बजाय उन्हें मिग 21 उड़ाने के लिए मजबूर कर रहे हैं?

यह अर्थव्यवस्था इतना अच्छा कर रही है तो हमारी नौसेना को 200-जहाज वाली नौसेना होने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को बमुश्किल 130 जहाजों तक सीमित करने के लिए मजबूर क्यों किया गया है? नौसेना को तीसरा विमानवाहक पोत क्यों नहीं दिया जा रहा है. 

अगर अर्थव्यवस्था इतना अच्छा कर रही है,तो हमारी सेना में अब 1.2 लाख सैनिकों की कमी क्यों है? क्या इसलिए नहीं कि आपके खजाने खाली होने के कारण सैनिकों की भर्ती के लिए शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रेक्ट स्कीम (अग्निवीर)  शुरू की गई है? इसने हमारे बहादुर सैनिकों को पछाड़ दिया है.

बता दें कि केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की योजनाओं के माध्यम से केंद्र में मूलभूत बदलाव लाए हैं. चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा कि जहां कई विकसित देश मंदी की कगार पर खड़े हैं, वहीं भारत प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में 7.2 प्रतिशत की दर से वृद्धि हो रही है.

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