AIADMK ने लोकसभा चुनाव के लिये DMDK से तमिलनाडु की इन सीटों पर किया समझौता

पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा, “इसीलिए हम कहते हैं कि भले ही वे (द्रमुक) चुनाव जीत जाएं, तमिलनाडु के लोगों को कोई फायदा नहीं मिलेगा.”

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चेन्नई:

तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक ने बुधवार को डीएमडीके के साथ लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया. डीएमडीके की स्थापना अभिनेता-राजनेता ‘कैप्टन' विजयकांत ने की थी, जिनका हाल ही में निधन हो गया. यहां पार्टी मुख्यालय में चुनावी समझौते की घोषणा करते हुए, अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि डीएमडीके तिरुवल्लूर (एससी), मध्य चेन्नई, कुड्डालोर, तंजावुर और विरुधुनगर लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ेगी.

द्रमुक द्वारा लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र में कई वादे किए जाने पर पलानीस्वामी ने कहा कि क्या सत्तारूढ़ दल ने 2019 के संसदीय चुनाव और 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए वादों को पूरा किया है.

पलानीस्वामी ने कहा, “द्रमुक ने कितने आश्वासन पूरे किये? (2021) विधानसभा चुनावों से पहले द्रमुक ने बार-बार पुष्टि की थी कि एक बार सत्ता हासिल करने के बाद वह तमिलनाडु के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) को खत्म कर देगी. तीन साल बीत गए. लेकिन, आश्वासन पूरा नहीं हुआ.”

निवर्तमान लोकसभा में द्रमुक के 38 सांसद हैं, लेकिन उन्होंने एनईईटी को रद्द करने के लिए केंद्र पर दबाव नहीं डाला. पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा, “इसीलिए हम कहते हैं कि भले ही वे (द्रमुक) चुनाव जीत जाएं, तमिलनाडु के लोगों को कोई फायदा नहीं मिलेगा.”

डीएमडीके महासचिव प्रेमलता विजयकांत ने अन्नाद्रमुक को “स्वाभाविक सहयोगी” बताया. उन्होंने कहा कि 2011 के विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर “बड़ी जीत वाला गठबंधन” बन गया है. उन्होंने कहा, “यह विजयी गठबंधन 2026 के विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा.”


 

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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