अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होगा. इससे पहले मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से संचालित सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. समारोह में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह बात कही.
लखनऊ जोन के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) पीयूष मोर्डिया ने एएनआई को बताया कि पुलिस प्रशासन ने शनिवार को आगामी 'प्राण प्रतिष्ठा' (अभिषेक) समारोह के संबंध में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के साथ बैठक की.
मोर्डिया ने कहा, "अयोध्या पुलिस ने आगामी 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के संबंध में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अधिकारियों के साथ एक बैठक की. इसका मकसद कार्यक्रम का क्रमबद्ध विवरण हासिल करना था."
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "पुलिस तैनात कर दी गई है और पूरे जिले में राम मंदिर के आसपास के इलाकों और टेंट सिटी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता से संचालित सीसीटीवी लगाए गए हैं." अधिकारी ने कहा कि भव्य समारोह के लिए शहर आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, "हमारी जनशक्ति इस तरह से तैनात की जाएगी कि किसी को भी किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की उम्मीद है. इस कार्यक्रम पर सबकी नजरें हैं. भारत और विदेश से कई वीवीआईपी मेहमानों को अयोध्या में इस शुभ अवसर में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला है.
अयोध्या में राम लला (शिशु भगवान राम) के प्राण-प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू होंगे.
वाराणसी के एक पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे. 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा.
इस मौके पर 1008 हुंडी महायज्ञ का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें हजारों श्रद्धालुओं को भोजन कराया जाएगा. हजारों भक्तों को ठहराने के लिए अयोध्या में कई टैंट सिटी बनाई जा रही हैं. श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के मुताबिक 10,000-15,000 लोगों के लिए व्यवस्था की जाएगी.