- अहमदाबाद विमान हादसे की प्रारंभिक जांच में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई है. एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है.
- अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विमान के दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति नियंत्रित करने वाले स्विच बंद हो गए थे.
- 12 जून को एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.
अहमदाबाद विमान हादसे की प्रारंभिक जांच में अब तक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई है. ये दावा वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में किया गया है. एक अमेरिकी मीडिया आउटलेट के अनुसार, विमान के दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति नियंत्रित करने वाले स्विच बंद हो गए थे, जिसके कारण उड़ान भरने के तुरंत बाद इंजनों की शक्ति (थ्रस्ट) समाप्त हो गई थी. पायलट आमतौर पर आपातकालीन स्थिति में इंजन को चालू करने, बंद करने या रीसेट करने के लिए इन स्विचों का उपयोग करते हैं.
बीते 12 जून को एअर इंडिया का विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइन अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में 260 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. विमान में सवार 242 लोगों में से 241 यात्रियों की मौत हुई थी.
शुरुआती जांच रिपोर्ट आज हो सकती है सार्वजनिक
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) अहमदाबाद एअर इंडिया विमान हादसे से संबंधित अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट आज सार्वजनिक कर सकती है. सूत्रों के अनुसार, ब्यूरो के अधिकारियों ने बुधवार को संसद की एक स्थायी समिति को यह जानकारी दी. एएआईबी के महानिदेशक जी वी जी युगांधर ने परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थाई समिति को बताया कि वह हाल के दशकों में सबसे खराब विमानन आपदाओं में से एक और बोइंग ड्रीमलाइनर से जुड़ी पहली दुर्घटना के बारे में 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड करेंगे.
अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) मानदंडों के तहत, एएआईबी दुर्घटना के 30 दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप सकता है. एएआईबी ने दुर्घटना के एक दिन बाद जांच शुरू की थी और वैश्विक मानदंडों के अनुरूप अपने महानिदेशक जीवीजी युगंधर की अध्यक्षता में टीम का गठन किया था. सूत्रों ने कहा कि यह पहली बार है जब भारत में इतनी महत्वपूर्ण जांच हो रही है.
अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना ने विमानन क्षेत्र की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को केंद्र में ला दिया है.