अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसा में रेलवे को हुआ 250 करोड़ का नुकसान, 223 लोगों पर केस दर्ज: सूत्र

जानकारी के अनुसार आरपीएफ ने 136, जीआरपी ने 40 और स्थानीय पुलिस ने 47 मामले दर्ज किए हैं. साथ ही भारतीय रेलवे ने दर्जनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पहचान की है. जो हिंसा भड़काने में शामिल थे और प्राथमिकी दर्ज की गई है.

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अभी तक इस मामले में 1752 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. 

नई दिल्ली:

Agnipath Scheme Violence: अग्निपथ योजना को लेकर हुई हिंसा के दौरान पूर्व मध्य रेलवे, बिहार (East Central Railway, Bihar) को काफी नुकसान हुआ है. रेल मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने ये जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार पूर्व मध्य रेलवे, बिहार का लगभग 250 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. जबकि अन्य जोन अभी भी मूल्यांकन कर रहे हैं. अभी तक रेल मंत्रालय की ओर से कोई ठोस आंकड़ा नहीं दिया गया है. वहीं अब तक अग्निपथ योजना हिंसा के मामले में 223 मामले दर्ज किए गए हैं और 1752 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. 

जानकारी के अनुसार आरपीएफ ने 136, जीआरपी ने 40 और स्थानीय पुलिस ने 47 मामले दर्ज किए हैं. साथ ही भारतीय रेलवे ने दर्जनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पहचान की है. जो हिंसा भड़काने में शामिल थे और प्राथमिकी दर्ज की गई है. रेल मंत्रालय ने ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने के लिए आईटी मंत्रालय को पत्र भी लिखा है.

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बता दें कि इस योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन किया गया था और इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई रेलवे स्टेशन को अपना निशाना बनाया था. प्रर्दशन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने डिब्बे जला दिए थे और रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था. यहां तक की हिंसा के कारण रेलवे को कई सारी ट्रेनें को रद्द भी करना पड़ा था. जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई थी.

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वहीं कांग्रेस ने अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर हमला तेज करते हुए रविवार को कहा कि मोदी सरकार सेना में भर्ती की यह नयी योजना लाकर युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है और उसे ''तुगलकी'' फरमान वापस लेना चाहिए. कांग्रेस के 20 वरिष्ठ नेताओं और प्रवक्ताओं ने कई शहरों में संवाददाता सम्मेलनों को संबोधित किया, जिसका शीर्षक 'अग्निपथ की बात: युवाओं के साथ विश्वासघात' था. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे और युवाओं के बीच असंतोष का हवाला देते हुए योजना को वापस लेने की मांग की. कांग्रेस ने कहा कि वह ''बिना विचार-विमर्श के थोपी गई'', ''युवा विरोधी व राष्ट्र विरोधी'' योजना के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन करेगी.

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पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस युवाओं के साथ खड़ी है और इस ‘‘तुगलकी फैसले'' को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. (भाषा इनपुट के साथ)

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