"दुनिया में पहला ऐसा मामला": ब्लैक फंगस के चलते गाजियाबाद के आदमी ने खोई किडनी, फेफड़े का हिस्सा

दिल्ली के एक निजी अस्पताल ने कोरोना वायरस से उबरने के बाद ब्लैक फंगस से पीड़ित हुए 34 वर्षीय शख्स का एक गुर्दा और एक फेफड़े का हिस्सा निकालकर उसे नई जिंदगी दी है.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
कोविड के बाद ब्लैक फंगस से पीड़ित व्यक्ति के गुर्दे व फेफड़े के एक हिस्से को निकाला गया. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) के एक निजी अस्पताल ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से उबरने के बाद ब्लैक फंगस (Black Fungus) से पीड़ित हुए 34 वर्षीय शख्स का एक गुर्दा और एक फेफड़े का हिस्सा निकालकर उसे नई जिंदगी दी है. सर गंगाराम अस्पताल में यह जटिल सर्जरी की गई थी. अस्पताल ने सोमवार को दावा किया कि कोविड संक्रमण के बाद म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) का यह मामला दुनिया में अपनी तरह का पहला मामला है और इसे चिकित्सा जर्नल में प्रकाशित किया जा जा रहा है. इसमें गुर्दा, फेफड़ा और साइनस प्रभावित हुआ था.

अस्पताल ने एक बयान में बताया कि पड़ोसी गाजियाबाद के रहने वाले मरीज को कोविड के बाद की जटिलता की वजह से अस्पताल लाया गया था. बयान के मुताबिक, मरीज़ को सांस लेने में परेशानी थी, तेज़ बुखार था और बलगम में खून आ रहा था. उसने बताया कि म्यूकर (एक प्रकार का फंगस) न केवल नाक के अंदर तक घुस गया था बल्कि बाएं फेफड़े और दाएं गुर्दे को भी इसने प्रभावित किया था.

बयान में बताया गया कि फेफड़े का एक हिस्सा और गुर्दा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया तथा म्यूकर के और फैलने का अंदेशा था, लिहाज़ा म्यूकर से संक्रमित हिस्सों को निकालने की योजना बनाई गई. बता दें कि म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस उन लोगों को हो जाता है जिनकी कोविड-19, मधुमेह, गुर्दे, व जिगर व दिल से संबंधित बीमारियों की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है.

Advertisement

अस्पताल ने बताया कि म्यूकर से अन्य अंगों के भी क्षतिग्रस्त होने की आंशका थी, इसलिए, तुरंत बाएं फेफड़े का एक हिस्सा, पूरा दायां गुर्दा निकाल दिया गया. उसने बताया कि सर्जरी जटिल थी और छह घंटे तक चली. उसने बताया कि फंगस की वजह से साइनस की भी सर्जरी की गई. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मरीज की जान बच गई है और उसे 45 दिन के उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

Advertisement

अस्पताल में वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ मनु गुप्ता ने बताया कि सर्जरी के दौरान पाया गया कि फंगस करीब करीब जिगर और बड़ी आंत तक पहुंच गया था. उन्होंने कहा कि आस-पास के अंगो को नुकसान पहुंचाए बिना बड़ी मुश्किल से संक्रमित गुर्दे को निकाला गया.

Advertisement

यह भी पढ़ेंः

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकी हमले का 1 महीना, NDTV की Ground Reports | Operation Sindoor
Topics mentioned in this article