महाराष्ट्र एफडीए ने बाज़ार में मिल रही विभिन्न ब्रांड की शहद का लैब टेस्ट कर जो प्रेस नोट जारी किया है, वो चिंताजनक है. एफडीए के मुताबिक -शहद उत्पादक कंपनियों के उत्पादकों, विक्रेताओं और वितरकों से 86 नमूने लिए गए थे. 86 नमूनों में से 52 शहद के सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है, जिनमें झंडू, डाबर, पतंजलि, सफोला, उत्तराखंड हनी , वैद्यनाथ, डिलीव, एपिस हिमालया, हमदर्द, नेचुरल ब्लॉसम, श्री श्री तत्व वैद्यनाथ, ट्विग्स, ट्वंटी फॉर मंत्र ऑर्गेनिक, मधुपुष्प, मधुबन, रिलाइंस हेल्दी लाइफ, अंडर द मैंगो ट्री, रसना, ऑर्गेनिक सर्टिफाइड हनी जैसे ब्रांड शामिल हैं और इन सबके नमूने कम गुणवत्ता के मिले हैं.
एफडीए के मुताबिक- नमूनों में मिलावट के अंश मिले हैं. एनएमआर टेस्ट में पता चला है कि मिठास के लिए Mannose, Maltose , Moltotriose जैसे पदार्थों का इस्तेमाल हुआ है. यहां तक कि शहद के प्राकृतिक तत्व भी कृतिम तरीके से मिलाए गए हैं. ऐसा शहद सेहत के लिए नुकसान दायक हो सकती है. FDA सूत्रों ने टेस्ट में दोष पाए गए शहद के उत्पादक और वितरक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है.