भतीजे अखिलेश यादव के साथ सुलह होने के बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह के सुर अब बदल गए हैं. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संस्थापक और समाजवादी पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को कहा कि उन्होंने भतीजे अखिलेश यादव को अपना नेता स्वीकार कर लिया है और सपा उनकी पार्टी है. पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि उन्हें अभी तक सपा में कोई पद नहीं मिला है, शिवपाल यादव ने कहा, 'अखिलेश यादव मेरे भतीजे और सपा अध्यक्ष हैं. मैंने उन्हें अपना नेता स्वीकार किया है. उनकी तरह मैं भी सपा का विधायक हूं. सपा मेरी पार्टी है और मैं पहले पदों पर भी रहा हूं.''सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी के लोग संघर्ष के पथ पर निकलेंगे और निश्चित है कि अब लंका जलेगी.
उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों का मोर्चा बनाए जाने के सवाल पर कहा कि सपा अकेले उत्तर प्रदेश से भाजपा को हटाने में सक्षम है. सपा नेता और विधायक यादव ने बुधवार की रात जिले के फेफना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सपा को भगवान राम व कृष्ण का अनुयायी करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हम भगवान राम व कृष्ण को मानने वाले लोग हैं तथा इनके विचारों पर चलने वाले हैं. सपा के लोग संघर्ष के पथ पर निकलेंगे तथा निश्चित है कि लंका जलेगी.'' यादव ने कहा कि उनका लक्ष्य फिलहाल 2024 में होने वाले आम चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने व 2027 में उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है.
उन्होंने अपर्णा यादव के सपा में शामिल होने पर कहा कि वह परिवार की बहू हैं और परिवार के सुख-दुख में हमेशा शरीक होती हैं. यादव ने वरुण गांधी के सपा में शामिल होने के अटकलों पर कहा कि भाजपा की भ्रष्ट सरकार को हटाने के लिए जो भी आना चाहे , उसका स्वागत है. कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल न होने व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के द्वारा आयोजित विपक्षी दलों की रैली में अखिलेश यादव के शामिल होने को लेकर सवाल किया गया कि क्या सपा को राहुल गांधी पसंद नहीं हैं? इस पर यादव ने कहा, ‘‘राहुल गांधी को शुभकामनाएं. उनकी अलग पार्टी है. कांग्रेस की श्रीनगर रैली में शामिल होने पर दल का नेतृत्व फैसला करेगा.''
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