असम में रेस्तराओं, होटलों और सार्वजनिक स्थलों पर गोमांस परोसे जाने और खाने पर रोक लगा दिया गया है. असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने इस बात की घोषणा की है. इधर, असम सरकार के मंत्री ने असम कांग्रेस को चुनौती भी दे दी है.
असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'मैं असम कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वह गोमांस पर प्रतिबंध का स्वागत करें या पाकिस्तान में जाकर बस जाएं.'
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में गोमांस सेवन पर मौजूदा कानून में संशोधन कर नए प्रावधानों को शामिल करने का निर्णय लिया गया. शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने रेस्तराओं, होटलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर गोमांस परोसे जाने और खाने पर रोक लगाने का फैसला किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोमांस के संबंध में पास पहले से ही एक सख्त कानून था. हालांकि, आज की कैबिनेट बैठक में इस मामले पर गहन चर्चा हुई और हम राज्य भर में सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस खाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिए हैं.
असम सरकार द्वारा रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस खाने पर प्रतिबंध लगाने पर दरांग-उदलगुरी असम से भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है. इस फैसले को सांप्रदायिक नजरिए से नहीं बल्कि धार्मिक आस्था के प्रति सम्मान से देखा जाना चाहिए. निजी तौर पर गोमांस खाने पर कोई रोक नहीं है.
मुस्लिम बहुल सामगुड़ी विधानसभा सीट पर हुआ उपचुनाव जीतने के लिए भाजपा पर लगे गोमांस वितरित करने के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए शर्मा ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कांग्रेस ने इस मामले को उठाया. इस सीट पर पहले लगातार पांच बार कांग्रेस को जीत मिली थी.
सरमा ने बीते शनिवार को यहां भाजपा की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि सामगुड़ी सीट 25 साल तक कांग्रेस के पास रही. सामगुड़ी जैसे निर्वाचन क्षेत्र में 27,000 मतों के अंतर से हारना कांग्रेस के इतिहास की सबसे बड़ी शर्म की बात है. यह भाजपा की जीत से ज्यादा कांग्रेस की हार है.