राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को भारतीय नौसेना (Indian Navy) से संबंधित एक जासूसी मामले में आंध्र प्रदेश में एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक सहित दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. दोनों आरोपियों की पहचान आकाश सोलंकी और फरार पाकिस्तानी ऑपरेटिव मीर बालाज खान के रूप में की गई है. एनआईए के मुताबिक, दोनों अन्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ जासूसी रैकेट में शामिल थे. इस रैकेट के जरिए भारत विरोधी साजिश के तहत भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील जानकारी लीक की जा रही थी.
आकाश सोलंकी विशाखापत्तनम के नौसेना डॉकयार्ड में इलेक्ट्रिकल आर्टिफिसर रेडियो अपरेंटिस (ईएसी) के तौर पर काम कर रहा था. वह भारतीय नौसेना के युद्धपोतों (वॉरशिप) और पनडुब्बियों (सबमरीन) से संबंधित क्लासीफाइड जानकारी दे रहा था. सोलंकी 'अदिति चौहान' की अनुमानित पहचान के तहत काम कर रहे एक संदिग्ध पाकिस्तानी खुफिया संचालक के साथ-साथ अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ जानकारी शेयर कर रहा था.
एनआईए की जांच से यह भी पता चला है कि आकाश सोलंकी को सूचना के बदले क्रिप्टो चैनलों के माध्यम से एक अन्य संदिग्ध पाकिस्तानी ऑपरेटिव मीर बालाज खान से मोटी रकम मिल रही थी. बिनेंस ( क्रिप्टो-करेंसी एक्सचेंज) से प्राप्त मीर बालाज खान की क्रेडिट से जांच के दौरान एक पाकिस्तानी आईडी कार्ड का पता चला.
21 साल का आकाश सोलंकी यूपी के फिरोजाबाद का रहने वाला है. मामला शुरू में पीएस काउंटर इंटेलिजेंस सेल, विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में दर्ज किया गया था. बाद में 5 जून 2023 को एनआईए द्वारा केस संख्या आरसी-02/2023/एनआईए/एचवाईडी के रूप में फिर से दर्ज किया गया. इस मामले में अब तक सोलंकी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल जांच जारी है.
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