उत्तर प्रदेश के बाहुबली और पूर्व विधायक अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल से कासगंज जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. अब्बास अंसारी से उनकी पत्नी निकहत बानो अवैध तरीके से मिलने पहुंची थी. बताया जा रहा है कि जेल में पत्नी को बुलाने के बदले अब्बास अंसारी जेल स्टाफ को मोटी रकम पहुंचाता था. इसी पैसे के बंटवारे को लेकर जेल स्टाफ में विवाद हो गया. किसी जेलकर्मी ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन को दे दी. फिर चित्रकूट के डीएम और एसपी ने मिलकर जेल में छापेमारी कर दी. निकहत बानो को भी गिरफ्तार कर चित्रकूट जेल में रखा गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अब्बास को बुधवार सुबह चित्रकूट जेल से कासगंज जेल ले जाया गया. इस दौरान बेहद कड़े सुरक्षा प्रबंध थे. कासगंज जेल में अब्बास को बेहद कड़ी निगरानी में रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं. चित्रकूट जेल में लापरवाही के मामले में 7 जेल कर्मियों को निलंबित किया गया. चित्रकूट जेल अधीक्षक और अपर जेल अधीक्षक समेत अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था.
11 फरवरी को प्रशासन की एक टीम ने चित्रकूट जेल में औचक निरीक्षण किया था. उस दौरान अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो को जेल अधीक्षक कार्यालय के बगल के एक कमरे से पुलिस ने पकड़ा था. तब पुलिस ने उसके पास से दो सेलफोन बरामद किए थे. पुलिस में उनपर फोन से डेटा डिलीट करने की कोशिश का भी आरोप लगाया है.
पुलिस ने आरोप लगाया कि पत्नी के फोन का इस्तेमाल कर अब्बास जेल से सिंडिकेट चला रहे थे. इस मामले में पुलिस ने मऊ विधायक निकहत बानो, उनके ड्राइवर नियाज, जेल अधीक्षक अशोक सागर, डिप्टी जेलर सुशील कुमार, जेल वार्डर जगमोहन और अज्ञात जेल कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
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