दिल्ली में गणतंत्र दिवस (Republic Day 2021) के दिन किसानों के उग्र हुए प्रदर्शन (Farmer Protests) पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बयान जारी किया है. पार्टी ने कहा है कि इस प्रदर्शन दौरान हुई हिंसा की हम कड़ी निंदा करते हैं. यह खेदजनक है कि केंद्र सरकार ने इस हद तक स्थिति को बिगड़ने दिया. पिछले दो महीनों से चल रहा आंदोलन शांतिपूर्ण रहा है. किसान नेताओं ने कहा है कि जो लोग आज हिंसा में शामिल रहे हैं वो आंदोलन का हिस्सा नहीं थे बल्कि तत्व थे. वो जो भी थे, लेकिन निश्चित रूप से इस हिंसा ने आंदोलन को कमजोर किया है जो कि अब तक शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से चल रहा था.
किसान रैली: नांगलोई में किसानों ने काटा बवाल, पथराव और वाहनों में की तोड़फोड़
बता दें कि केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) ने मंगलवार को उग्र रूप ले लिया. गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च (Tractor Rally) के दौरान जमकर बवाल किया और तय रूट से हटकर सेंट्रल दिल्ली में दाखिल हो गए. इसी बीच, किसानों का एक समूह ट्रैक्टरों पर सवार होकर लाल किले में घुस गया. पुलिस दिल्ली में बवाल कर रहे किसानों को रोकने की कोशिश करती रही.
किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्टर हादसे में एक किसान की मौत, पुलिस ने की पुष्टि
इससे पहले दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के ट्रैक्टर के जरिए समय से पहले ही बैरिकेड हटाने और राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड निकालने के लिए निर्धारित मार्ग का अनुसरण ना करने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया.
दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद ही किसानों को निश्चित मार्गों पर ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी. किसानों के मध्य दिल्ली की ओर जाने के हठ के बाद अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई. पुलिस ने शाहदरा में चिंतामणि चौक पर किसानों पर उस समय लाठीचार्ज किया, जब उन्होंने अवरोधक लांघने और गाड़ी के शीशे तोड़ने शुरू कर दिए. पारम्परिक सिख यौद्धा ‘निहंग' की भी अक्षरधाम मंदिर के पास सुरक्षा कर्मियों से झड़प हो गई.