दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय (डीओवी) द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूलों के लिए कक्षाओं के निर्माण में कथित अनियमितताओं की जांच 'स्पेशलाइज्ड एजेंसी' द्वारा कराने की सिफारिश के तुरंत बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है और बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि एफआईआर, आरोप पत्र, विजिलेंस रिपोर्ट सभी कुछ बीजेपी के ऑफिस में लिखा जाता है और मीडिया को वितरित कर दिया जाता है. ये मंत्रियों को नहीं दिया जाता.
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने 17 फरवरी, 2020 की रिपोर्ट में राष्ट्रीय राजधानी में 193 सरकारी स्कूलों में 2,405 कक्षाओं के निर्माण में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा "गंभीर अनियमितताओं" का आरोप लगाया था. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि इसमें "1,300 करोड़ रुपये का घोटाला" शामिल है.
सीवीसी ने दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय को फरवरी 2020 में ही इस मामले पर टिप्पणी मांगने के लिए रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन कथित तौर पर दो वर्षों में कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.
एक सूत्र ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, "हालांकि निदेशालय ढाई साल तक रिपोर्ट को दबाए बैठा रहा, जब तक कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव से इस साल अगस्त में हुई देरी की जांच करने और रिपोर्ट जमा करने के लिए नहीं कहा."