- एयर इंडिया के विमान के इंजन में कोई तकनीकी खराबी या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पाई गई है.
- वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो की प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान की तकनीकी स्थिति पूरी तरह ठीक बताई गई है.
- एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैम्पबेल विल्सन ने दुर्घटना की जांच रिपोर्ट के निष्कर्ष साझा किए हैं.
अहमदाबाद में एयर इंडिया का जो विमान हादसे का शिकार हुआ, उसके इंजन में कोई खराबी नहीं थी. एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने बताया कि एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर वायु यान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई टेक्नीकल या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पायी गयी है. इसके साथ ही पायलटों ने उड़ान से पहले वो सारे टेस्ट पास किये थे, जो जरूरी होते हैं.
भविष्य में जिन नए विमानों की जांच की सिफारिश...
एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कहा, 'हम सभी विमानों की आवश्यक जांच जारी रखेंगे और भविष्य में जिन नए विमानों की जांच की सिफारिश अधिकारी करेंगे, उनकी भी ऐसे ही जांच करेंगे.' सीईओ ने कहा कि अत्यधिक सावधानी बरतते हुए बेड़े में शामिल प्रत्येक बोइंग 787 विमान की दुर्घटना के कुछ दिनों के भीतर जांच की गई और उन्हें सही पाया गया है. सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में न तो कोई कारण बताया गया और न ही कोई सिफारिश की गई, सभी से आग्रह है कि वे समय से पहले निष्कर्ष निकालने से बचें.
AI 171 फ्लाइट के पायलटों ने चैलेंजिंग सिचुएशन में जिम्मेदारी से काम किया
इससे पहले ‘इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन' (आईसीपीए) ने रविवार को कहा कि पिछले महीने दुर्घटनाग्रस्त हुए एआई171 फ्लाइट के पायलटों ने चैलेंजिंग सिचुएशन में अपने प्रशिक्षण और जिम्मेदारियों के अनुरूप काम किया तथा पायलटों को अटकलों के आधार पर बदनाम नहीं किया जाना चाहिए. एसोसिएशन ने कुछ हलकों में पायलट के आत्महत्या करने संबंधी अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जब तक आधिकारिक जांच पूरी नहीं हो जाती और अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती, कोई भी अटकलबाजी अस्वीकार्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए.
एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में चालक दल के 12 सदस्यों सहित 242 लोग सवार थे, जो अहमदाबाद के मेघाणी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने और इसके बाद लगी आग में यात्रियों, चालक दल के सदस्यों और जमीन पर मौजूद लोगों सहित लगभग 270 लोगों की मौत हो गई.