देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पशु चिकित्सकों के स्वीकृत 35745 पदों के मुकाबले 9090 पद रिक्त हैं. सरकार ने संसद को शुक्रवार को यह जानकारी दी. राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा, ‘‘पशुपालन, पशु चिकित्सा विज्ञान के साथ-साथ पशु चिकित्सा, राज्य का विषय है. इसलिए, उनकी आवश्यकता के अनुसार पशु चिकित्सकों का सार्वजनिक रोजगार , राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.''
उन्होंने कहा कि राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार, 31 जनवरी, 2023 तक देश भर में पशु चिकित्सकों के स्वीकृत पद 35,745 हैं, जबकि रिक्त पद 9,090 हैं.
रूपाला ने आगे कहा, ‘‘पशु चिकित्सा सेवाओं/सुविधाओं की कमी के कारण बड़े पैमाने पर पशुओं की मौत की कोई रिपोर्ट राज्यों से प्राप्त नहीं हुई है, फिर भी गांठदार त्वचा रोग (एलएसडी) से प्रभावित पशुओं की मौत की रिपोर्ट वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान प्राप्त हुई है.''