कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इस हत्या के बाद आगजनी और हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं. पुलिस के अनुसार, मामले में गिरफ्तारी सभी छह लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड है. 12 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. गौरतलब है कि इससे पहले, राज्य सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि इस मामले की हिजाब विवाद सहित सभी एंगल से जांच की जा रही है.कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कहा था कि अब तक की जांच में हिजाब विवाद और इस हत्या का कोई लिंक सामने नहीं आया है लेकिन राज्य के गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने कहा, 'हिजाब विवाद से जुड़े संगठन भी जांच के दायरे में हैं.उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है. कल जो लोग पथराव की घटना में शामिल थे, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है. '
CCTV में कैद: कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या मामले में सुबह 3 बजे हुई पहली गिरफ्तारी
जब हर्ष के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था तब आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुई थीं. कारों में आग लगा दी गई थी और पथराव हुआ था, जिसमें एक फोटो जर्नलिस्ट सहित तीन लोग घायल हुए थे. कई दोपहिया वाहनों को या तो काफी नुकसान हुआ या वे जला दिए गए. पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठी चलानी पड़ी. ऐहतियात के तौर स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और लोगों के जमावड़े को भी बैन कर दिया गया है. इस बीच, हिंसा के माहौल में अंतिम संस्कार को इजाजत देने के लिए सवालों के घेरे में आई कर्नाटक सरकार ने इस फैसले से पल्ला झाड़ लिया है. राज्य के गृह मंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, 'यह देखते हुए कि बहुत से लोग जा रहे थे, शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. यह स्थानीय प्रशासन का फैसला था.'