अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान (Taliban) के कब्जे का एक माह पूरा होने के बीच वहां एक भारतीय मूल के अफगानी नागरिक (Indian origin Afghan National) के अगवा होने की खबरों ने चिंता पैदा कर दी है. खबरों के मुताबिक, काबुल के करते परवान इलाके से बंदूकधारी ने मंगलवार रात को 50 वर्षीय शख्स का अपहरण कर लिया. अकाली दल नेता मनजिंदर सिरसा (Manjinder Sirsa ) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी.सिरसा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ( Delhi Sikh Gurudwara Management Committee) के अध्यक्ष भी हैं.
सिरसा के मुताबिक, उनकी काबुल में मौजूद उस पीड़ित परिवार से फोन पर बातचीत हुई हैं. अपहृत शख्स का नाम बांसुरी लाल है, जो एक स्थानीय कारोबारी हैं. पीड़ित परिवार ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. सिरसा ने एक वीडिया बयान जारी कर कहा, "कुछ लोग मंगलवार रात बांसुरी लाल को बंदूक की नोक पर कार में जबरन बैठाकर ले गए. उनके भाई ने स्थानीय लोगों से मदद मांगी है.
जबकि मैं सरकार से इस मामले में सहायता की अपील कर रहा हूं." उन्होंने विदेश मंत्रालय को इस ट्वीट के साथ टैग किया है. मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि वे इस घटना के बारे में जांच कर रहे हैं. इससे पहले पुनीत सिंह चंडोक नाम से एक ट्विटर हैंडल अकाउंट से भी ट्वीट किया गया था.
इसमें पुनीत ने खुद को इंडियन वर्ल्ड फोरम का प्रेसिडेंट बताया है. इसमें भी बांसुरी लाल के अपहरण की बात कही गई है. कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बांसुरी लाल का परिवार नई दिल्ली में रहता है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और गृह मंत्री अमित शाह को भी इस ट्वीट के साथ टैग किया गया है.