बांग्लादेश से भारत में अवैध एंट्री के तीन रूट, सभी के अलग-अलग रेट; जानिए कैसे एजेंट करवाते हैं सीमा पार

डीसीपी नवनाथ ढवले ने कहा कि मुंबई के पूर्वी उपनगर के मुस्लिम बहुल इलाके गोवंडी, शिवाजी नगर, मानखुर्द देवनार, चुनाभट्टी और घाटकोपर से पिछले 15 दिनों में 36 बांग्लादेशी घुसपैठियों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

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मुंबई:

महाराष्‍ट्र में अवैध रूप से रह रहे बांग्‍लादेशियों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. दो दिन पहले घाटकोपर पुलिस ने 13 अवैध बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था, वहीं सोमवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने 7 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. साथ ही मुंबई पुलिस को जांच में एक रेट कार्ड मिला है, जिससे खुलासा हुआ है कि बांग्‍लादेशियों को अवैध रूप से भारत आने में कितनी राशि खर्च करनी पड़ती है. साथ ही पुलिस को पता चला है कि अलग-अलग मार्गों के लिए अलग-अलग रेट हैं. 

डीसीपी नवनाथ ढवले ने कहा कि मुंबई के पूर्वी उपनगर के मुस्लिम बहुल इलाके गोवंडी, शिवाजी नगर, मानखुर्द देवनार, चुनाभट्टी और घाटकोपर से पिछले 15 दिनों में 36 बांग्लादेशी घुसपैठियों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनमें से कई घुसपैठिये 10 से 15 साल से मुंबई में रह रहे थे. पुलिस को उनके पास से बर्थ सर्टिफिकेट, आधार कार्ड और दूसरे डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं. 

आतंकी कनेक्‍शन खंगाल रही है पुलिस

उन्‍होंने कहा कि पुलिस जांच में सामने आया कि उनके पास से मिले सारे डॉक्यूमेंट फर्जी हैं. 5 से 10 हजार रुपये लेकर एजेंट इनका फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट और दूसरे डॉक्यूमेंट बना रहे हैं, जिसके आधार पर इनका आधार कार्ड बन रहा है. इन लोगों ने हाल ही में महाराष्ट्र में संपन्न चुनाव में वोट किया है या नहीं या फिर इनका कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं है, इसकी भी जांच की जा रही है. 

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पुलिस को मिली 'रेट कार्ड' की जानकारी 

चरनी रोड स्टेशन के पास से भी एक बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया गया है. यह व्‍यक्ति साल 1994 से मुंबई में रह रहा था, इस व्‍यक्ति का नाम मोहम्मद इदरिश शेख उर्फ जोशिमुद्दीन बिशो देवन है. वहीं इन पकड़े गए बांग्‍लादेशियों की जांच के दौरान पुलिस को एक रेट कार्ड की जानकारी मिली है, जिससे पता चलता है कि एक बांग्‍लादेशी को भारत में आने के लिए कितने रुपए खर्च करने पड़ते हैं. 

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3 रूट, भारत आने में कितना होता है खर्चा?

  1. मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक, आरोपी मालदा, 24 परगना, मुर्शिदाबाद, दिनेशपुर और छपली नवबादगंज जैसे इलाकों से भारत में प्रवेश करते हैं. सूत्रों का दावा है कि इन बांग्‍लादेशियों को भारत लाने के लिए दलालों का एक रेट चार्ट होता है. 
  2. बांग्‍लादेशियों को भारत में लाने के लिए कई मार्ग होते हैं. भारत में इन अलग-अलग मार्गों से बांग्‍लादेशियों को अवैध रूप से लाने के लिए रेट भी अलग-अलग होता है. 
  3. सूत्रों के अनुसार, पहाड़ी रास्ते से भारत में प्रवेश करने के लिए दलालों को 7-8 हजार रुपये देने पड़ते हैं, क्‍योंकि इन मार्गों पर जोखिम कम होता है.
  4. वहीं अगर उन्हें पानी के रास्ते भारत में एंट्री लेनी हो तो इसके लिए उन्हें 2-4 हजार रुपये देने पड़ते हैं. पानी का रास्ता सबसे मुश्किल है. इसलिए इसका रेट भी कम है. 
  5. सूत्रों ने यह भी दावा किया कि अगर उन्हें बिना रिस्क के भारत में आना है तो उन्हें दलालों को 12-15 हजार रुपये देने होते हैं. इसमें उन्हें समतल जमीन के रास्ते से भारत लाया जाता है.

भारतीय कागजात बनाने के लिए भी रेट कार्ड 

  • बांग्लादेश से भारत आने के बाद भारतीय कागजात बनाने के लिए दलालों का रेट कार्ड होता है.
  • दलाल की मदद से आधार कार्ड बनवाने के लिए महज दो हजार रुपये की राशि देनी पड़ती है.
  • एक बार आधार कार्ड बनने के बाद यह लोग भारत के किसी भी कोने में आ-जा सकते हैं.
  • इन लोगों को नौकरी पाने के लिए भी रकम चुकानी पड़ती है और उसका भी रेट कार्ड है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक आरोपी की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पानी का रास्ता बहुत खतरनाक होता है. यहां मगरमच्छ, बंगाल टाइगर जैसे खतरों का सामना करना पड़ता है. कई मामलों में तो पानी के रास्ते भारत मे एंट्री कर रहे अवैध बांग्लादेशियों पर हमले भी होते हैं. एक आरोपी ने अपने बयान में बताया है कि जब वह भारत आया था तो इसके लिए उसने दलाल को 2 हजार रुपये दिए थे. 

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