राजस्थान के कोटा में कोचिंग में पढ़ाई करने वाले तीन छात्रों ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली है. जानकारी के अनुसार मृतक छात्रों में 2 बिहार और एक मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं. जिनकी उम्र 16,17 और 18 साल थी. मृतक छात्रों में बिहार के रहने वाले दोनों छात्र अंकुश और उज्जवल एक ही हॉस्टल में रहते थे. एक इंजीनियरिंग की कोचिंग कर रहा था वहीं दूसरा मेडिकल की तैयारी करता था. मध्यप्रदेश का छात्र प्रणव NEET की तैयारी करता था.
गौरतलब है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा देशभर में विख्यात रहा है. हालांकि हाल के दिनों में छात्रों द्वारा कई आत्महत्या के मामले सामने आए हैं. कुछ ही दिन पहले आत्महत्या के बढ़ते मामलों को देखकर प्रशासन ने एक आत्महत्या हॉटलाइन स्थापित की थी, जहां जोखिम वाले छात्र परामर्श लेने के लिए कॉल कर सकते थे. छात्रों की तरफ से अक्सर तनाव की शिकायत की जाती रही है.
छात्रों के द्वारा लगातार यह शिकायत की गयी है कि इन कोचिंग संस्थानों की तरफ से लंबी क्लास और बड़े-बड़े असाइनमेंट दिए जाते रहे हैं. जिससे उनके ऊपर काफी दबाव रहता है. साल 2016 में एक छात्र ने आत्महत्या करने के पहले कहा भी था कि सभी कोचिंग संस्थानों को बंद कर देना चाहिए.
2019 में, राजस्थान सरकार ने ऐसे संस्थानों में पढ़ने वालों के बीच तनाव को कम करने के लिए कोचिंग केंद्रों के नियमन के लिए एक विधायी मसौदा तैयार करने के लिए एक राज्य-स्तरीय समिति का गठन किया था. हालांकि मसौदे पर अभी तक कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं है.
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