Coronavirus: 1 मई से अब तक कुल संक्रमितों में से 26 फीसदी लोगों की उम्र 18 से 30 के बीच

भारत में 1 मई से लेकर अब तक 18 से 30 साल की उम्र वाले करीब 26 फीसदी लोग कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित हुए हैं.

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भारत में कोरोना मामलों में कमी आ रही है. (फाइल फोटो)
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भारत में कम हो रहे कोरोना के मामले
कोविड से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित
भारत में तीन टीकों को मिली है मंजूरी
नई दिल्ली:

भारत में 1 मई से लेकर अब तक 18 से 30 साल की उम्र वाले करीब 26 फीसदी लोग कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित हुए हैं. बुधवार शाम को जारी हुए सरकारी आंकड़ों से इसकी पुष्टि हुई. 1 मई से ही 18 से 44 की उम्र वालों का टीकाकरण शुरू हुआ था लेकिन टीके की कमी के चलते कई राज्यों में अभियान प्रभावित हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक, 1 मई से 7 मई तक कोरोना से संक्रमित होने वाले 26.58 प्रतिशत लोग 18 से 30 साल की उम्र के बीच थे. 8 मई से 14 मई के बीच यह संख्या 25.89 फीसदी थी. 15 मई से 21 मई के बीच यह 25.64 फीसदी और अगले तीन दिन यानी 22 मई से 25 मई के बीच यह संख्या 25.60 प्रतिशत थी.

इसके बाद सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित होने वाले लोग 31 से 40 साल की उम्र के बीच हैं. 1 मई से 7 मई तक इस आयु वर्ग के 23.12 फीसदी, 8 से 14 मई के बीच 22.79 फीसदी, 15 से 21 मई के बीच 22.58 फीसदी और 22 से 24 मई के बीच 22.24 प्रतिशत लोग इस महामारी की चपेट में आए.

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इस महीने कोविड के नए मामलों के लिहाज से इन दोनों आयु वर्ग में मामूली ही सही लेकिन लगातार कमी देखने को मिली है. वहीं बच्चों और 18 साल से कम उम्र के लोगों में कोरोना मामलों में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है. कई एक्सपर्ट्स का दावा है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा संक्रमित होंगे.

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दिल्ली स्थित AIIMS के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं है कि तीसरी लहर में बच्चे गंभीर रूप से या अधिक प्रभावित होंगे. हालांकि, सिंगापुर सहित कुछ देशों ने अपनी आबादी के युवा वर्गों में संक्रमण की सूचना देना शुरू कर दिया है.

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बताते चलें कि कई विशेषज्ञों ने इस महामारी से निपटने के लिए तेजी से टीकाकरण पर जोर दिया है लेकिन भारत में वैक्सीन की कमी एक बड़ा मुद्दा है. सरकारी सूत्रों ने PTI को बताया कि मॉडर्ना अगले साल सिंगल डोज की वैक्सीन लॉन्च कर सकता है. इस समय भारत में तीन टीकों को मंजूरी मिली है. SII की कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूस की स्पूतनिक-वी को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल चुकी है.

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