आईएएस अधिकारी डॉ दिव्या एस अय्यर (Dr Divya S Iyer) ने सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल होने के बाद आलोचना के साथ-साथ प्रशंसा दोनों को स्वीकार किया है. केरल के इस वीडियो में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जिला कलेक्टर अय्यर अपने नवजात बेटे को गोद में लिए हुए दिख रही हैं. इस पर अपना बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि वे "24x7 मां और 24x7 जिला कलेक्टर" हैं.
पठानमथिट्टा की कलेक्टर डॉ दिव्या एस अय्यर ने एनडीटीवी को बताया: "जैसा कि आपके चैनल के नाम से पता चलता है, मैं 24x7 मां और 24x7 जिला कलेक्टर हूं. हम महिलाएं जीवन में 24x7 भूमिकाएं निभाती हैं, जहां हम शिफ्ट करने का जोखिम नहीं उठा सकते."
उसने कहा कि एक कामकाजी मां का यह मतलब यह नहीं है कि वह अपनी नौकरी की जिम्मेदारियों को कम गंभीरता से लेती है.
काम और जीवन में सही संतुलन बनाने के महत्व को लेकर उन्होंने कहा, "एक तरीका है जिससे मैं उस संतुलन को बनाए रखने की कोशिश करती हूं, वह है अपने बेटे के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने की कोशिश करना और उसे विविध अनुभव देने की कोशिश करना."
डॉ अय्यर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस तरह की चर्चा "देश में कार्यस्थलों पर महिलाओं, बच्चों और परिवारों के लिए अधिक अनुकूल बना देगी."
कलेक्टर दिव्या एस अय्यर के अपने बेटे को एक फिल्म समारोह के समापन कार्यक्रम में लाने और साढ़े तीन साल के बच्चे को अपनी गोद में लेकर भाषण देने के बाद यह सवाल उठ रहे हैं. आलोचक इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह 'उचित' है? वहीं अय्यर के समर्थन में खड़े उनके पति सहित उनके अन्य लोगों ने इसे महिलाओं द्वारा निभाई जाने वाली कई भूमिकाओं और अपने बच्चे के साथ समय बिताने के उनके अधिकार से जोड़ा है.
अदूर के छठे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के आयोजकों में से एक राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष चिट्टयम गोपकुमार ने अपने फेसबुक पेज पर 30 अक्टूबर को तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन समारोह में बेटे के साथ कलेक्टर का वीडियो शेयर किया. इसके बाद इस घटना ने विवाद को जन्म दे दिया. हालांकि उन्होंने बाद में अपने फेसबुक हेंडल से वीडियो को डिलीट कर दिया. इस वीडियो में अय्यर को अपने बच्चे के साथ मंच पर बैठे, उसे गले लगाते और बाद में भाषण देने के लिए खड़े होकर प्यार से उससे बात करते देखा जा सकता है.
बड़ी संख्या में लोग दिव्या एस अय्यर आलोचना कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह कृत्य एक उच्च पदस्थ अधिकारी के लिए अनुचित था, लेकिन कई अन्य लोगों ने कलेक्टर के समर्थन में आवाज उठाई और न्यूजीलैंड की पीएम जैसिंडा अर्डर्न (Jacinda Ardern)का उदाहरण दिया. जैसिंडा ने 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी तीन माह की बेटी को लाकर इतिहास रच दिया था. जब जैसिंडा ने संयुक्त राष्ट्र में एक शांति शिखर सम्मेलन में अपना भाषण दिया तो उनके साथी क्लार्क गेफोर्ड ने बच्ची को अपनी गोद में ले रखा था. दुनियाभर में इस घटना ने खासी चर्चा बटोरी थी.