18 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में एनडीए (NDA) को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बन गयी है. पीएम मोदी के साथ 71 अन्य मंत्रियों ने रविवार की शाम शपथ ली. मंत्रिपरिषद में 30 कैबिनेट मंत्री के साथ 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्रियों ने शपथ लिया है. सबसे अधिक मंत्री उत्तर प्रदेश से 9 बनाए गए हैं वहीं बिहार से 8 मंत्रियों ने शपथ लिया है. गुजरात से 6, महाराष्ट्र से 5, मध्य प्रदेश से 5 और राजस्थान से 4 मंत्रियों ने शपथ ली है.
नए मंत्रिमंडल में बिहार ने मारी बाजी
यूपी का कम हुआ कोटा
मोदी मंत्रिमंडल में सबसे ज़्यादा मंत्री यूपी से बनाये गये हैं. बावजूद इसके यूपी की हिस्सेदारी केंद्रीय मंत्रिमंडल में पहले से घटी है. मोदी सरकार 2.0 में उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा लोकसभा चुनाव जीतकर मंत्री बनने वालों की संख्या 12 थी. इस बार पीएम के अलावा कुल 9 मंत्री मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं.
मोदी मंत्रिमंडल में इस बार राजनाथ सिंह, जयंत चौधरी, अनुप्रिया पटेल, जितिन प्रसाद, पंकज चौधरी, एसपी सिंह बघेल, बीएल वर्मा, कीर्तिवर्धन सिंह और कमलेश पासवान को शामिल किया गया है. पिछली बार मोदी सरकार में यूपी से 12 मंत्री बनाये गये थे. इनमें से सात मंत्री इस बार चुनाव हार गये. चुनाव हारने वाले मंत्रियों में स्मृति ईरानी, महेंद्र पांडेय, अजय मिश्रा टेनी, निरंजन ज्योति, भानु प्रताप सिंह वर्मा, संजीव बालियान और कौशल किशोर शामिल हैं.
मध्यप्रदेश से 3 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री
मोदी कैबिनेट में राजस्थान से 4 मंत्री
राजस्थान वह राज्य है जहां उत्तर प्रदेश के बाद बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है. हालांकि केंद्रीय मंत्रिमंडल में 4 मंत्रीपद राजस्थान के हिस्से गया है. पीएम मोदी के कैबिनेट में अलवर सांसद भूपेंद्र यादव व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के कैबिनेट मंत्री बनाया गया है वहीं अर्जुन राम मेघवाल तथा भागीरथ चौधरी को राज्यमंत्री बनाया गया है. भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत व अर्जुन राम मेघवाल पिछली सरकार में भी मंत्री बनाए गए थे.
महाराष्ट्र से कम हो गए मंत्री
नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में महाराष्ट्र से नितिन गडकरी और पीयूष गोयल समेत 6 मंत्रियों ने शपथ ली है. दूसरे कार्यकाल में 8 मंत्री बनाए गए थे. 6 में से बीजेपी के 4 शिवसेना के एक और आरपीआई के एक सदस्य को मंत्री बनाया गया है. महाराष्ट्र से भाजपा की एकमात्र महिला सांसद रक्षा खडसे को भी मंत्री बनाया गया है वहीं मुरलीधर मोहोल को भी राज्य मंत्री बनाया गया है. जानकारी के अनुसार अजित पवार की एनसीपी को एक स्वतंत्र प्रभार मंत्रालय की पेशकश की गयी थी लेकिन अजित पवार की पार्टी की तरफ से इसे इनकार कर दिया गया.
बंगाल को मिला 2 राज्यमंत्री का पद
मोदी सरकार 3.0 में रविवार को बंगाल से भाजपा के दो लोकसभा सांसद प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार और शांतनु ठाकुर को केंद्र सरकार में जगह मिली है. शांतनु ठाकुर मतुआ समुदाय के नेता हैं. बंगाल में इस चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन 2019 की तुलना में खराब रहा है. हालांकि पिछली सरकार में बंगाल से 4 मंत्री बनाए गए थे. ये सभी जिसमें निशिथ प्रमाणिक, डा सुभाष सरकार, शांतनु ठाकुर और जान बारला शामिल थे. बंगाल से बाबुल सुप्रियों और दबश्री चौधरी को भी मंत्री बनाया गया था बाद में जिन्हें हटा दिया गया था. बाबुल सुप्रियों कुछ समय बाद टीएमसी में शामिल हो गए थे.
झारखंड को मिला 2 मंत्रीपद
हरियाणा को मिला एक कैबिनेट एक राज्य और एक स्वतंत्र पभार
हरियाणा को केंद्र की नई सरकार में एक बार फिर तीन मंत्री पद मिले हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. राव इंद्रजीत सिंह को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और कृष्णपाल गुर्जर को राज्य मंत्री बनाया गया है.
NDA सरकार में दक्षिण भारत से 13 मंत्रियों ने ली शपथ
कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना और तमिलनाडु से एक दर्जन से अधिक सांसदों को रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया तथा दक्षिणी राज्यों में भाजपा के गठबंधन सहयोगियों को भी पुरस्कृत किया गया. जद (एस) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी तथा पिछली मंत्रिपरिषद में शामिल रहे भाजपा नेता निर्मला सीतारमण और प्रल्हाद जोशी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने नयी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में शपथ ली. सीतारमण, कुमारस्वामी और जोशी को जहां कैबिनेट मंत्री बनाया गया, वहीं करंदलाजे और सोमन्ना को राज्य मंत्री बनाया गया. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल जद (एस) के कोटे से कुमारस्वामी को मंत्री बनाया गया है, जो कर्नाटक के प्रमुख वोक्कालिगा समुदाय से संबंध रखते हैं.
आंध्र प्रदेश से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के दो सांसदों- के. राममोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी तथा भाजपा के श्रीनिवास वर्मा को मंत्री बनाया गया. 5,700 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक पेम्मासानी 18वीं लोकसभा में मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले सबसे अमीर मंत्री हैं. केरल से, राज्य में भाजपा के एकमात्र लोकसभा सदस्य सुरेश गोपी और पार्टी के वरिष्ठ नेता जॉर्ज कुरियन पहली बार मंत्री बने. सांसद नहीं होने के बावजूद कुरियन को मंत्रिपिरषद में शामिल किए जाने को ईसाई समुदाय तक भाजपा की पहुंच की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. तेलंगाना के भाजपा नेता किशन रेड्डी और बंडी संजय कुमार को भी मोदी 3.0 सरकार में शामिल किया गया है. तमिलनाडु से एल मुरुगन को नयी सरकार में राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है.
ये भी पढ़ें-: